नशे में डॉक्टर ने कराई डिलेवरी, जच्चा-बच्चा दोनों की मौत
नशे में डॉक्टर ने कराई डिलेवरी, जच्चा-बच्चा दोनों की मौत
- एनएचआरसी ने गुजरात सरकार से मांगा जवाब
- डॉक्टर की लापरवाही से जच्चा-बच्चा दोनों की मौत
- नशे की हालत में डॉक्टर ने कराई डिलेवरी
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। गुजरात के बोटाद जिले के अस्पताल में एक डॉक्टर ने कथित रूप से नशे की हालत में एक महिला की डिलीवरी कराई। इसके बाद जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई है। मामला सामने आने के बाद एनएचआरसी ने गुजरात सरकार और राज्य पुलिस प्रमुख को नोटिस जारी किया है। मानवाधिकार आयोग ने एक माह के अंदर गुजरात के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर विस्तृत रिपोर्ट देने के साथ संबंधित डॉक्टर के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले की स्थिति से अवगत कराने को कहा है।
डॉक्टर गिरफ्तार
बोटाद जिले के पुलिस अधिक्षक ने बताया कि मामले में आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होने कहा कि शुरुआती पुलिस जांच में डॉक्टर के नशे की हालत में होने के संकेत मिले हैं, डॉक्टर के खून का सैंपल आगे की जांच के लिए भेज दिया गया है।
डॉक्टर की लापरवाही
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि डॉक्टरों से पेशे में उच्च मानक को बनाए रखने की आशा की जाती है लेकिन इस मामले में ऐसा लगता है कि डॉक्टर ने नशे की अवस्था में डिलीवरी कराकर "असावधानी" और "आपराधिक लापरवाही" का काम किया है। एनएचआरसी ने 26 नवंबर को बोटाद जिले में सरकारी सोनावाला अस्पताल में एक डॉक्टर द्वारा कथित रूप से नशे में धुत्त होकर डिलीवरी कराने संबंधी खबरों का स्वत: संज्ञान लिया है।
गुजरात में बेन है शराब
आयोग ने कहा कि अगर घटना सही साबित होती है, तो यह पीड़ितों के मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन है। गुजरात में शराब की बिक्री पर लंबे समय से प्रतिबंध हैं, इससे यह भी सवाल खड़ा होता है कि डॉक्टर ने किस चीज का नशा किया था। इस तरह की घटना सामने आने से एक बार फिर राज्य में स्वास्थ सेवाओं पर सवाल खड़े होने लगे हैं, पूरी घटना के चलते लोगों में खासा आक्रोश है।