केरल में बारिश का कहर, 26 लोगों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाई गई सेना
केरल में बारिश का कहर, 26 लोगों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाई गई सेना
- केरल में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। बारिश के कारण आई बाढ़ और लैंडस्लाइड में 20 लोगों की मौत हो गई है।
- जल स्तर बढ़ने के कारण 26 साल बाद इडुक्की डैम के गेट खोले गए।
- नेशनल डिजास्टर रिसपॉन्स फोर्स (NDRF) की टीम और आर्मी राहत और बचाव कार्य में जुटी है।
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। बारिश के कारण आई बाढ़ और लैंडस्लाइड में 26 लोगों की मौत हो गई है। स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक इडुक्की में 11, मलापुरम में 5, कोझिकोड में 1, वायनाड में 3 और कन्नौर में 2 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा कुछ लोगों के लापता होने की भी खबर है। नेशनल डिजास्टर रिसपॉन्स फोर्स (NDRF) और आर्मी राहत और बचाव कार्य में जुटी है। बाढ़ प्रभावित लोगों को रिलीफ कैंप में ले जाया गया है। वहीं जल स्तर बढ़ने के कारण 26 साल बाद इडुक्की डैम के गेट खोले गए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री पी विजयन ने कहा कि केरल में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते हालात चिंताजनक हैं।
Kerala: Death toll due to flooding and landslides following heavy and incessant rains in the state rises to 26. pic.twitter.com/1sJ61QgDU3
— ANI (@ANI) August 10, 2018
#WATCH Kerala Fire Rescue Department rescue people from low-lying residential areas using boats as rain water enters houses in Pathalam, Ernakulam. #Kerala pic.twitter.com/TnnmPItU9T
— ANI (@ANI) August 9, 2018
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "मुख्यमंत्री पी विजयन से राज्य में बाढ़ की स्थिति को लेकर चर्चा हुई। केरल को हर संभव मदद दी जाएगी। हम केरल के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।"
Spoke to Kerala CM Shri Pinarayi Vijayan and discussed the situation arising due to floods in various parts of the state. Offered all possible assistance to those affected. We stand shoulder to shoulder with the people of Kerala in the wake of this calamity. @CMOKerala
— Narendra Modi (@narendramodi) August 9, 2018
एर्णाकुलम जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि पानी छोड़े जाने के कारण इन क्षेत्रों में परेशानी की आशंका को देखते हुए चोरिनक्कारा और कोमबनाद गांवों में राहत शिविर खोले गए हैं। आर्मी, नेवी, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य चला रही है। लोगों को नांव की मदद से उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पिनरई विजययन ने कहा है कि हमने सेना, नौसेना, कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ से मदद मांगी हैं। सीएम ने जानकारी दी कि नेहरू ट्रॉफी बोट रेस कैंसिल कर दी गई है।
We have sought help from the Army, Navy, Coast Guard NDRF. 3 NDRF teams have arrived, 2 teams to arrive soon and 6 additional NDRF teams have been called in. Nehru Trophy Boat Race has been cancelled: Kerala CM Pinarayi Vijayan pic.twitter.com/HL0fV8PZRV
— ANI (@ANI) August 9, 2018
भारी बारिश के कारण रेल और हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है। पेरियार नदी में बढ़े वॉटर लेवल के बाद कोच्ची एयरपोर्ट पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया था, जिसे देखते हुए इंटरनेशनल और डोमेस्टिक फ्लाइट्स को डायवर्ट कर दिया गया। हालांकि फ्लाइट्स के डिपार्चर पर किसी तरह का असर नहीं पड़ा है। अधिकारियों ने कहा, फ्लाइट के अराइवल को सस्पेंड करने का फैसला 2013 में हुई घटना को ध्यान में रखते हुए लिया गया। वहीं बारिश के कारण कई ट्रेने प्रभावित हुई है। भारी बारिश से पटरियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
#Kerala: All passenger carrying trains on Kanjikode-Walayar stretch in the Palakkad-Podanur section are likely to be regulated by 30 minutes to 60 minutes. Freight trains to be delayed. Repair work of the damaged track expected to be completed today. pic.twitter.com/FrFLkMPqwg
— ANI (@ANI) August 9, 2018
बुधवार रात से हो रही भारी बारिश के कारण पेरियार नदी पर बने इडुक्की डेम में पानी का स्तर खतरे के निशान से बहुत ऊपर बढ़कर 169 मीटर पर पहुंच गया था। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि बांध का जलस्तर 2,394.72 फुट हो गया। जबकि बांध की अधिकतम क्षमता का स्तर 2,403 फुट ही है। जिसके बाद गुरुवार को इडुक्की डेम के गेट खोले गए। इससे पहले इडुक्की बांध के गेट 1992 में खोले गए थे।