Nayab Singh Saini Biography: कौन हैं नायब सिंह सैनी? कैसे कंप्यूटर ऑपरेटर से बने सीएम, जानें हरियाणा के सीएम से जुड़ी ये 5 खास बातें
- एक बार फिर से नायब सिंह सैनी लेंगे सीएम पद की शपथ
- ऐसा रहा इनका शैक्षिक और राजनीतिक सफर
- गौ रक्षा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रबल समर्थक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा में एक बार फिर से नायब सिंह सैनी सीएम पद के लिए शपथ लेने वाले हैं। चंडीगढ़ में उनका शपथ ग्रहण समारोह है। नायब सिंह सैनी हरियाणा में कोई नए सीएम नहीं बनने जा रहे हैं। वह राज्य के मौजूदा सीएम के तौर पर काम कर रहे हैं। नायब सिंह सैनी साल 2024 से हरियाणा में सीएम के तौर पर काम कर रहे हैं। बीजेपी और जेजेपी के गठबंधन के टूटने के बाद मनोहर लाल खट्टर की सरकार गिर गई थी। इसके बाद बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को सीएम के रूप में उतारा था। चलिए जानते हैं नायब सिंह सैनी के बारे में कुछ और बातें।
कब और कहां जन्मे नायब सिंह सैनी?
नायब सिंह सैनी 54 साल के हैं। इनका जन्म 25 जनवरी, 1970 में अंबाला के पास मिर्जापुर माजरा के एक गांव में हुआ था। वैसे ये रहने वाले कुरुक्षेत्र के मंगोली जट्टान गांव के थे। लेकिन काफी समय पहले उनका परिवार अंबाला जिले के मिर्जापुर गांव में रहने लग गए थे।
नायब सिंह सैनी का शैक्षिक सफर
नायब सिंह सैनी ने बीआर अंबेडकर बी.यूनिवर्सिटी से बीए किया था। इसके बाद मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से लॉ में ग्रेजुएशन किया था और लॉ कि डिग्री की हासिल की थी।
नायब सिंह सैनी का राजनीतिक सफर
नायब सिंह सैनी साल 2014 से 2019 तक अंबाला जिले के नारायणगढ़ से विधायक रहे हैं। साल 2015 से 2019 तक हरियाणा में राज्य मंत्री के तौर पर भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा साल 2019 से 2024 तक कुरुक्षेत्र से सांसद के तौर पर भी काम कर चुके हैं। नायब सिंह सैनी साल 2023 में हरियाणा में बीजेपी के अध्यक्ष भी रहे। बता दें, नायब सिंह सैनी ओबीसी समुदाय के लोकप्रिय बीजेपी नेता हैं। क्योंकि नायब सिंह सैनी अन्य पिछड़े वर्ग से संबंध रखते हैं। वहीं इस बार नायब सिंह सैनी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा सीट से जीत दर्ज की है। इस बार बीजेपी लगातार तीसरी बार सरकार बना पाई है।
कैसे बने कंप्यूटर ऑपरेटर से सीएम?
नायब सिंह सैनी जब बीजेपी में शामिल हुए थे तब वह अंबाला पार्टी कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में काम किया था। जिसके बाद वह हरियाणा बीजेपी किसान मोर्चा के महासचिव बने। इसके बाद बीजेपी के अंबाला युवा विंग से एक्टिव मेंबर बने। इस सबका पूरा ध्यान मनोहर लाला खट्टर ने रखा है।
नायब सिंह सैनी को गौ रक्षा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रबल समर्थक माना जाता है। नायब सिंह सैनी ने बीए और एलएलबी की डिग्री हासिल करने के लिए मुजफ्फरपुर में बीआर अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय और मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। मनोहर लाल खट्टर से प्रभावित होकर सैनी ने बीजेपी ज्वॉइन की। 2010 में नारायणगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से रामकिशन गुर्जर से हार गए थे। 2014 में, विधानसभा चुनाव जीतकर हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बने थे। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में वे कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद निर्वाचित हुए थे।