कश्मीर में जी-20 बैठक करा भारत ने चीन-पाकिस्तान को दिया करारा जवाब, दुनियाभर के देशों ने दिया साथ

  • सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच होगी बैठक
  • पारंपरिक तरीके से किया गया डेलिगेट्स का स्वागत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-05-22 14:40 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने हमेशा से ही कश्मीर को देश का हिस्सा माना है। हालांकि पाकिस्तान और चीन जैसी कुछ बाहरी ताकतें इसे हमेशा एक वैश्विक मुद्दा बनाने का मौका ढूढ़ते रहते हैं। इन दोनों देशों के पुरजोर विरोध के बावजूद भारत ने जी-20 समिट की कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक का आयोजन जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में किया है। इस बैठक के साथ ही पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान और चीन की तरफ से जम्मू-कश्मीर को एक अशांत राज्य ठहराने की उम्मीदों को झटका लगा है। बैठक में भाग लेने के लिए जी-20 देशों के समूह से कुल 122 प्रतिनिधि श्रीनगर पहुंच चुके हैं। जो अगले तीन दिनों तक वहीं रूकेंगे। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इस आयोजन के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं।

पारंपरिक तरीके से किया गया डेलिगेट्स का स्वागत

डेलिगेट्स का स्वागत श्रीनगर के हवाई अड्डे पर पारंपरिक तरीके से किया गया। साथ ही उनके स्वागत में पुष्प वर्षा कर पारंपरिक संगीत भी बजाया गया। मेहमानों के स्वागत के लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी मौजूद थे। यह बैठक इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से वहां होने वाली यह पहली अंतराष्ट्रीय बैठक है। एयरपोर्ट से मेहमानों को शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर ले जाया गया।

सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच होगी बैठक

अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार आयोजन को सफल बनाने के लिए एसकेआईसीसी के पास से गुजरने वाली बुलेवार्ड रोड को आगामी तीन दिनों तक 'नो गो जोन' घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही जिस मार्ग से डेलिगेट्स का जाना तय हुआ है वहां भी सुरक्षा पूरी तरह से कड़ी कर दी गई है। हालांकि लोकल मार्केट और पर्यटन पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है।

पाकिस्तान के मंसूबे हुए विफल

दरअसल, पाकिस्तान हमेशा से ही कश्मीर पर अपना हक जताता रहा है और दुनियाभर के अलग अलग मंचों से लगातार कश्मीर का मुद्दा उठा भारत को नीचा दिखाने की कोशिश करता रहा है। इसमें चीन भी उसका बढ़ चढ़ कर साथ देता है। ड्रैगन पहले से ही कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ खड़ा नजर आया है। इस बार कश्मीर में हो रही जी-20 की बैठक के लिए भी चीन और पाकिस्तान ने आपत्ति जताई थी। उनका कहना है कि कश्मीर एक विवादित क्षेत्र है और किसी भी विवादित क्षेत्र में इस तरह की अंतराष्ट्रीय बैठक आयोजित करना सही नहीं है।

इस तर्क पर इनके साथ तुर्की और सउदी अरब भी नजर आए लेकिन भारत ने इन सब की परवाह न करते हुए इस बैठक को आयोजित किया और पाकिस्तान समेत सभी देशों को मुहंतोड़ जवाब दिया है। भारत के उठाए इस कदम में उसका साथ देने वाले देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी और यूरोपीय यूनियन जैसे विकसित देश शामिल हैं।

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