राजस्थान में बेघर हुए प्रवासियों को मिला नया आशियाना, पिछले हफ्ते ही गिराया गया था घर
जो भी प्रवासी बचेगें उन्हें रिजर्व में रखा जाएगा
डिजिटल डेस्क, जैसलमेर। राजस्थान के जैसलमेर में पिछले मंगलवार को पाकिस्तान से आए हिंदू प्रवासियों का घर गिराए जाने की खबरों ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। आईएएस टीना डाबी के प्रशासनिक क्षेत्र में हुई इस घटना का काफी विरोध भी किया गया था। जिसके बाद जिला प्रशासन ने उन्हें आश्वासन देते हुए जमीन आवंटित करने का वादा भी किया था। इसी के चलते मात्र एक हफ्ते के अंदर ही मंगलवार के दिन प्रवासियों को 40 बीघा जमीन आवंटित कर दी गई है। इसके चलते पहले जमीन पाने के हकदार वह लोग होगें जिन्हें भारत की नागरिकता मिल चुकी है। इसके बाद जो भी प्रवासी बचेगें उन्हें रिजर्व में रखा जाएगा।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल, जैसलमेर जिला प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान पाकिस्तान से आए हिंदू प्रवासियों के घरों को सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए गिरा दिया गया था। इस घटना के विरोध में प्रवासियों के द्वारा कलेक्टर टीना डाबी के दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया। जिसका समर्थन करते हुए भाजपा ने अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधा। इस दौरान गहलोत सरकार में मंत्री पद पर विराजमान प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी घटना को निंदनीय ठहराते हुए सख्त एक्शन लेने की बात कही। जिसके बाद जिला प्रशासन ने कहा कि हम प्रवासियों को जल्द से जल्द जमीन का चुनाव कर आवंटित कर देंगे। इसके बाद कलेक्टर टीना डाबी द्वारा एक कमेटी का गठन भी किया गया। अर्बन इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के सेकेट्री जगदीश एशिया ने कमेटी द्वारा चिन्हित जमीन की पुष्टि भी की। आदेशानुसार उन्हें 40 बीघा जमीन देकर उसके आवंटन की प्रकिया शुरू कर दी गई है। इस प्रकिया को मद्देनजर रखते हुए पहले भारतीय नागरिकता प्राप्त कर चुके प्रवासियों को जमीन दी जाएगी। इसके बाद बचे हुए प्रवासियों को फिलहाल नागरिकता मिलने तक होल्ड पर रखा जाएगा।