विवादों में फंसी ओपेनहाइमर पर बनी फिल्म, सेक्स सीन के दौरान भगवद्गीता के श्र्लोक बोलने पर भड़के भारतीय लोग

  • सेक्स सीन के दौरान गीता के श्र्लोक बोलने पर भड़के भारतीय लोग!
  • विवादों में फंसी ओपेनहाइमर पर बनी फिल्म

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-25 15:41 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में रिलीज हुई हॉलीवुड फिल्म 'ओपेनहाइमर' भारत में चर्चा का विषय बनी हुई है। जहां एक तरफ दुनियाभर में लोग क्रिस्टोफर नोलन के फिल्म की स्टोरी और पात्रों के अभिनय की जमकर तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर फिल्म के एक सीन को लेकर भारत में विवाद छिड़ गया है। दरअसल, विवाद फिल्म में सेक्स सीन को लेकर है। जिसमें सेक्स सीन के दौरान लीड एक्टर श्रीमद्भागवत के एक श्र्लोक की कुछ लाइन्स बोलता है। दावा किया जा रहा है कि सीन के दौरान एक्ट्रेस जो किताब उठाकर हीरो को देती है, वह भगवद्गीता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में यह सीन नहीं दिखाया गया है। भारत में फिल्म रिलीज होने से पहले ही इस सीन को एडिट कर दिया गया था। अब इस सीन को हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने के तौर पर देखा जा रहा है।

भारत में फिल्म को लेकर क्यों मचा है हंगामा?

इन दिनों सोशल मीडिया पर इस फिल्म को लेकर कई ट्ववीट्स वायरल हो रहे हैं, जिसमें सेक्स सीन के दौरान भगवद्गीता पढ़े जाने को लेकर आपत्ति जताई जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म के जो सीन विदेशों में दिखाए जा रहे हैं, वह भारत में नहीं दिखाया गया है। भारत में जब फिल्म को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सर्टिफिकेट में सब्मिट की गई थी, उससे पहले ही फिल्म से गीता वाले सीन को एडिट कर हटा दिया गया था। भारत में जो सीन दिखाया जा रहा है उसके मुताबिक, एक्ट्रेस फ्लोरेंस पुघ एक किताब उठाकर लीड एक्टर सिलियन मर्फी को देती है। इसके बाद एक्टर संस्कृत की लाइन बोलता है। बता दें कि, यह फिल्म परमाणु बम के जनक जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर की बनी है। फिल्म में सिलियन मर्फी ने जे. रॉबेर्ट ओपेनहाइमर की भूमिका निभाई है। ओपेनहाइमर असल जिंदगी मे भी भगवद्गीता पढे़ थे। वे भगवद्गीता से काफी ज्यादा प्रभावित थे।

फिल्म के सीन को लेकर सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा कि क्रिस्टोफर नोलन ने ये गलत किया है। ओपेनहाइमर गीता तब पढ़ते थे, जब उन्हें डर लगता था या फिर उन्हें जब परमाणु बनाने को लेकर गिल्ट महसूस होता था। श्र्लोक उन्हें इन सभी चीजों में मदद करता था ना कि वे सेक्स करते वक्त गीता पढ़ते थे। इस बात का कोई मतलब ही नहीं निकल रहा है।

Tags:    

Similar News