भास्कर हिंदी एक्सक्लूसिव: क्या है गाजा पट्टी? जिसे नेस्तानबूत करने में लगा इजरायल, जानिए गाजा का पूरा इतिहास

  • उत्तरी गाजा से 10 लाख लोग पलायन
  • 12 दिनों से दोनों में महायुद्ध जारी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-18 05:42 GMT

डिजिटल डेस्क, गाजा। इजरायल-हमास युद्ध दिन ब दिन खतरनाक होता जा रहा है। इस जंग में दोनों की ओर से मिलाकर चार हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल, गाजा पट्टी पर ताबडतोड़ गोला बारूद से निशाना साध रहा है जिसकी वजह से पूरा शहर तबाह होने के करीब आ गया है। 13 अक्टूबर, 2023 को इजरायल ने गाजा पट्टी से फिलिस्तीनियों को निकल जाने की सख्त चेतावनी दी थी। जिसके बाद से ही शहर से फिलिस्तीनवासी निकल रहे हैं। अब तक उत्तरी गाजा को 10 लाख फिलिस्तिनी छोड़ चुके हैं जबकि हजारों की संख्या में लोग अभी भी पालयन कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तरी गाजा में अभी तक एक लाख लोग मौजूद हैं उनका कहना है कि क्या गारंटी है कि यहां से अपना आशियाना छोड़ कर जाने पर हमें वो तमाम सुख सुविधा मिलेगी जो यहां मिलती रही है।

इजरायल द्वारा उत्तरी गाजा को छोड़े जाने के निर्देश पर हमास ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। हमास की ओर से फिलिस्तीनियों को आदेश दिया गया था कि वो इजरायल की बातों पर ध्यान न दें वो अपनी हक लड़ाई लड़े। जानकारी के लिए बता दें कि, पूरे गाजा की आबादी 23 लाख के करीब है। युद्ध से पहले उत्तरी गाजा में 11 लाख लोगों की संख्या थी। लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि इनमें से 10 लाख लोगों ने अपना घर छोड़ दक्षिणी गाजा में शिफ्ट हो गए हैं या जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के सभी कार्यालय उत्तरी गाजा में ही मौजूद हैं। आईडीएफ ने अपने आदेश में संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों, स्कूलों, अस्पतालों, रिफ्यूजी कैंप और क्लीनिक जैसी संयुक्त राष्ट्र की सेवाओं को भी इलाका खाली करने के लिए कहा था।

क्या है गाजा पट्टी?

गाजा पट्टी भूमध्य सागर पर स्थित है। जिसकी लंबाई 41 और चौड़ाई 10 किलोमीटर है। गाजा पट्टी का 365 वर्ग किलोमीटर का इलाका इजरायल, भूमध्‍य सागर और मिस्र की सीमाओं से घिरा हुआ है। इसकी राजधानी गाजा सिटी है। भले ही गाजा पर हमास का कब्जा हो, लेकिन इजरायल इसकी पूरी सीमाओं को ब्लॉक करके रखा हुआ है। हमास को जमीन, हवा और समंदर के रास्ते आने या जाने पर परमिशन लेना पड़ता है।

उत्तरी और दक्षिणी गाजा पट्टी में क्या अंतर?

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा पट्टी के बीचों-बीच वादी नदी का बहाव है, जो इसे दो मुख्य भागों में बांटती है। जिसे दक्षिणी गाजा और उत्तरी गाजा के नाम से जाना जाता है। जबकि वादी नदी के आसपास की जगह वादी गाजा के तौर पर प्रसिद्ध है। वहीं पूरी गाजा पट्टी की बात करें तो ये पांच प्रातों में विभाजित है, जो उत्तरी गाजा, गाजा सिटी, दीर अल-बलाह, खान यूनिस और राफा के नाम से जाना जाता है। इजरायल जमीन पर दो जगह और भूमध्य सागर में गाजा पट्टी की जलीय सीमा पर नियंत्रण है। अगर कोई यहां से गुजरता है तो सबसे पहले इजरायल से परमिशन लेनी पड़ती है।

राफा क्रॉसिंग पर मिस्त्र का नियंत्रण

जमीनी रास्ते के लिए तीन बॉर्डर क्रॉसिंग हैं जिनका नाम करीम अबू सलेम क्रॉसिंग और इरेज क्रॉसिंग हैं। इस पर भी इजरायल का ही नियंत्रण है। लेकिन राफा क्रॉसिंग पर मिस्त्र का नियंत्रण है। राफा क्रॉसिंग, करीम अबू सलेम क्रॉसिंग और खान यूनिस गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से में मौजूद हैं, जबकि इरेज क्रॉसिंग, जिसे बेत हनोन के नाम से भी जाना जाता है वह उत्तरी गाजा में स्थित है। करीम अबू सलेम पर इजरायल की कड़ी निगरानी रहती है इस रास्ते से केवल खाने-पीने जैसी जरूरी चीजें ही लाए व ले जा सकते हैं।

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