पुतिन का पुराना दोस्त बना NATO का दुश्मन, वैगनर ग्रुप कर रहा है कौन सी बड़ी तैयारी?
- यूरोप के रणनीतिक लिहाज से बेलारूस कि स्थिति अहम
- वैगनर ग्रुप को लेकर बड़ी बातें सामने आई हैं
- रूस की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के खिलाफ बगावत करने वाले वैगनर ग्रुप को लेकर बड़ी बातें सामने आई हैं। वैगनर ग्रुप को लेकर कहा जा रहा है कि अब वह NATO पर स्ट्राइक करने की फिराक में है। यह दावा रूसी राजनेता और पूर्व सैन्य अधिकारी ने किया है। उन्होंने कहा है कि वैगनर के लड़ाके बेलारूस से पोलैंड और लिथुआनिया जैसे नाटों देशों पर हमला करने के फिराक में हैं। एंड्री कार्तवोलोव ने दावा करते हुए कहा है कि वैगनर ग्रुप अपने नए ठिकाने से कुछ ही घंटों में पोलैंड और लिथुआनिया के सीमावर्ती क्षैत्रों को निशाना बना सकता है। पूर्व सैन्य अधिकारी के बयान के बाद वैगनर ग्रुप के हमले को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है। हालांकि दावे को लेकर अभी तक वैगनर चीफ, बेलारूस या फिर रूस की तरफ से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है।
बता दें यूरोप के रणनीतिक लिहाज से देखें तो बेलारूस कि स्थिति अहम है। इसकी सीमा नाटो के पोलैंड, लिथुआनिया,लातविया जैसे देशों से लगी हुई है। एंड्री कार्तपोलोव ने एक टीवी कार्यक्रम के दौरान कहा कि' एक स्ट्राइक फोर्स कुछ ही घंटो में इस कॉरिडोर पर कब्जा करने के लिए तैयार है।'
पुतिन की योजना का हिस्सा
वहीं डीआईए के एक खूफिया अधिकारी रिबका कॉफलर ने कहा है कि यह कदम यूक्रेन युद्ध में एक और मोर्चा खोलने जैसा होगा। यही नहीं अधिकारी ने यह आशंका जताई की यह व्लादिमीर पुतिन की योजना का हिस्सा हो सकता है। रूस की निजी सैना वैगनर ग्रुप के कुछ और लड़ाके बेलारूस मे दाखिल हुए हैं। बीते महीने सामने आई अल्पकालिक बगावत के बाद से पूर्व-सोवियत राष्ट्र में लड़ाकों का आना जाना जारी है।
रिबका कॉफलर ने आगे कहा कि वैगनर लड़ाकों को नई जगह पर भेजना पुतिन का मास्टर प्लान का हिस्सा था। इसी प्लान के जरिए पुतिन बेलारूस में सेकेंड फ्रंट खोलना चाहते हैं। पुतिन ने तख्तापलट की आड़ में वैगनर के लड़ाकों को और भी अधिक खतरनाक जगह में शिफ्ट कर दिया है।