भारत-कनाडा विवाद: ट्रूडो ने कनाडा की पिछली सरकार पर लगाया भारत के साथ नरमी बरतने का आरोप, कहा - 'अल्पसंख्यकों के साथ खड़ा है कनाडा'

  • विदेशी दखल की जांच कर रहे समीति से बोले ट्रू़डो
  • अल्पसंख्यकों के साथ खड़ा है कनाडा
  • पिछली सरकार पर भारत के साथ 'नरमी' का आरोप

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-12 03:39 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा के चुनावों में विदेशी दखल की जांच कर रही समिति के सामने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को लेकर भारत को निशाने पर लिया। कनाडाई पीएम ने जांच एजेंसी के सामने अपनी बात रखते हुए पिछली कंजरवेटिव सरकार पर भी हमला बोला है। उन्होंने कनाडा की पिछली सरकार पर भारत के साथ नरमी बरतने का आरोप लगाया है। इस दौरान ट्रूडो ने कनाडा में रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता भी जताई। 

अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को महत्वपूर्ण बताते हुए ट्रूडो ने कहा, "दुनिया में कहीं से भी कोई कनाडा आता है तो उसे एक कनाडाई नागरिक की तरह ही सभी अधिकार हासिल होते हैं। हम कनाडाई नागरिकों के साथ खड़े हैं. इसमें हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का वो गंभीर मामला भी शामिल है, जिसे मैंने संसद के सामने रखा था। कनाडाई नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।" इस दौरान ट्रूडो ने कहा कि उनकी सरकार अल्पसंख्यकों और उनकी अभिव्यक्ति की रक्षा के लिए हमेशा खड़ी है, भले ही इससे दूसरे देशों को दिक्कत क्यों ना हो। यहां ट्रूडो ने नाम लिए बिना भारत की तरफ इशारा किया है।

पिछली सरकार पर आरोप

विदेशी दखल की जांच कर रही समिति के सामने पेश हुए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने दूसरे देशों के प्रभाव को कम करने के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र किया। ट्रूडो ने 2015 में सत्ता संभालने के बाद विदेशी दखल को कम करने के लिए उनकी सरकार के कामों का विवरण दिया। इसके अलावा उन्होंने देश की पिछली कंजरवेटिव सरकाल पर कई आरोप भी लगाए। 

ट्रूडो ने जांच समिति से कहा कि इस मामले में पिछली कंजरवेटिव सरकार से भी सवाल पूछने की जरूरत है जो भारत के साथ अपने मधुर संबंधों के लिए जानी जाती थी। उन्होंने तुलना करते हुए कहा कि हमारी सरकार हमेशा अल्पसंख्यकों और उनके अधिकारों के साथ खड़ी है। 

भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप

कनाडा के सरे में 18 जून, 2023 को खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की एक गुरुद्वारे की पार्किंग में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद कनाडाई प्रधानमंत्री ने हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाया था। ट्रूडो ने कहा था कि भारत के इशारे पर ही निज्जर की हत्या की घई थी और इस घटना में भारतीय एजेंट शामिल थे। भारत शुरू से ही कनाडा के इन आरोपों को खारिज करता आया है। भारत ने कनाडा से आरोपों के जवाब में सबूत मांगे। हालांकि, कनाडा अब तक निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता से जुड़ा एक भी साक्ष्य देने में असफल रहा है।

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