निज्जर हत्याकांड: कनाडाई पुलिस के गिरफ्त में निज्जर हत्याकांड के तीन आरोपी, भारत के साथ कनेक्शन की तलाश कर रही है जांच टीम

  • निज्जर हत्याकांड में तीन आरोपी गिरफ्तार
  • तलाशा जा रहा है भारत से कनेक्शन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-05-04 10:17 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा में भारतीय मूल के खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में एक नया मोड़ आया है। कनाडाई पुलिस ने इस मामले में तीन भारतीय संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। निज्जर हत्याकांड के बाद से ही भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई है। आपको बता दें, 18 जून 2023 को सरे में कुछ अज्ञात लोगों ने एक सिख मंदिर की पार्किंग में गोली मारकर निज्जर की हत्या कर दी थी। कनाडा पुलिस ने अब इस मामले में तीन संदिग्धों को कनाडा के एडमंटन इलाके से गिरफ्तार कर लिया है।

संदिग्धों की पहचान करन बरार (22 साल), कमलप्रीत सिंह (22 साल) और करनप्रीत सिंह (28 साल) के रूप में की गई है। कनाडा के इंटीग्रेटेड इन्वेस्टिगेशन टीम ( आईएचआईटी) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इन बातों का खुलासा किया है। साथ ही आईएचआईटी ने खराब संबंधों के कारण जांच के दौरान भारतीय एजेंसियों के साथ तालमेल बैठाने में हो रही दिक्कतों को लेकर भी अफसोस जताया।

पैसिफिक रीजन में फेडरेल प्रोग्राम के कमांडर डेविड टेबॉल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मामले की जांच की जा रही है, साथ ही अन्य शामिल लोगों की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की साजिश में भूमिका के अलावा भारत सरकार से इनके संबंध की भी जांच की जा रही है। उन्होंने आगे कहा, "मैं यही बताना चाहता हूं कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। आज जो कुछ भी बताया गया है वह अधूरा है और अभी जांच बाकी है। जांच पूरी होने के बाद ही सारी बातें सामने आएंगी"। उन्होंने हत्या के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं किया। बता दें कि सोमवार को कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरु हो जाएगी।

भारतीय एजेंसियां नहीं कर रही है मदद!

टेबॉल और उनके साथ काम कर रहे अन्य अधिकारी भारतीय जांच एजेंसियों से भी संपर्क बनाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। बीते एक साल से दोनों देशों के संबंधों में आए गिरावट के कारण मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि खराब रिश्ते की वजह से जांच में भारतीय एजेंसियों का पूरा सहयोग नहीं मिल रहा है। बता दें कि पिछले साल जब निज्जर की हत्या हुई थी तब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इसका आरोप भारत पर लगाया था। भारत ने इस आरोप को गलत बताया था और कहा था कि अगर कनाडा कोई ठोस सबूत देती है तो भारत उनका पूरा सहयोग करेगी। हालांकि कनाडा अब तक कोई भी पुख्ता सबूत पेश नहीं कर पाई है।

टेबॉल ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के साजिश में कुछ और लोगों के शामिल होने की भी बात कही है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है, ऐसा भी हो सकता है कि तीनों पिछले पांच सालों में इंटरनेश्नल स्टूडेंट के रूप में कनाडा आएं हो। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों के संबंध लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी होने की बात कही जा रही है।

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