हमास-इजराइल युद्ध: जल्द गाजा में युद्ध रोके इजराइल, अब विरोध में उतरा फ्रांस
फ्रांस ने गाजा में इजराइल को युद्ध रोकने को कहा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमास और इजराइल के बीच भीषण युद्ध जारी है। इसी बीच गाजा में हो रहे अत्याचार को देखते हुए फ्रांस ने अपना रुख बदल दिया है। फ्रांस ने साफ कहा है कि गाजा में मासूस बच्चे और आम नागरिक मारे जा रहे हैं। इजराइल को गाजा में तत्काल प्रभाव से जारी खूनी संघर्ष को खत्म कर देना चाहिए। इधर, हमास को खत्म करने के मंसूबे से इजराइल अपनी बात पर अड़ा हुआ है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू कहना है कि युद्धविराम करना सरेंडर के जैसा होगा। ऐसे में युद्धविराम करने के लिए हमास का खात्मा करना जरूरी है।
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि इजराइल को गाजा के नागरिकों को मारना बंद करना चाहिए। गाजा में बमबारी से इजराइल को किसी भी तरह का फायदा नहीं होने वाला है। राष्ट्रपति मैक्रों ने साफ कहा कि फ्रांस आतंकी गतिविधियों के खिलाफ है और हम शुरू से ही इसकी निंदा करते आए हैं। लेकिन अब इजराइल को गाजा में जारी खून-खराबे को बंद कर देना चाहिए।
'युद्धविराम बेहतर विकल्प'
बीते महीने युद्ध के शुरुआत होने के कुछ दिनों बाद पश्चिमी देशों ने इजराइल पर हमास के हमले के खिलाफ एक संयुक्त बयान जारी किया था। जिसमें फ्रांस भी शामिल था। लेकिन अब फ्रांस युद्धविराम करने को कह रहा है। हाल ही में जब इमैनुएल मैक्रों से पूछा गया था कि क्या वे ब्रिटेन और अमेरिका से भी युद्धविराम की वकालत करेंगे। इस पर मैक्रों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही बाकी देश युद्धविराम की वकालत करेंगे। बता दें कि, हमास की ओर से इजराइल पर हमला किए जाने के बाद से ही दोनों के बीच युद्ध जारी है। इजराइल गाजा पर लगातार बमबारी करते जा रहा है। साथ ही, इजराइली सेना जमीनी हमले को अंजाम दे रही है।
गौरतलब है कि बीते शनिवार को इजराइल ने एक बार फिर गाजा में मौजूद अल शिफा अस्पताल पर बमबारी की। इजराइल का कहना है कि हमास के आतंकी इस अस्पताल को कमांड सेंटर के तौर पर यूज कर रहे हैं। अभी तक अस्पताल में 12 लोगों के मारे जाने की खबर मिली है। मैकों ने कहा है कि मानवीय सहायता के लिए युद्धविराम जरूरी और एक बेहतर विकल्प है। युद्धविराम से ही मासूमों की जान बचाई जा सकती है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि इजराइल की बमबारी में 10 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।