रूस-यूक्रेन युद्ध: युद्ध में रूस के समर्थन पर एस जयशंकर ने साफ किया अपना रुख , भारत को लेकर अन्य देशों की चुप्पी पर लगाई फटकार

  • रूस और यूक्रेन के युद्ध पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिया दो टूक जवाब
  • रूस के समर्थन पर कहीं ये बात
  • अन्य देशों की चुप्पी पर लगाई फटकार

Bhaskar Hindi
Update: 2024-03-08 19:28 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंक ने रूस और यूक्रेन की जंग पर बेबाकी से अपनी बात रखी है। इस जंग की शुरुआत से भारत का रुख रूस के समर्थन में ही रहा है। इतना ही नहीं, भारत ने समय-समय पर रूस की पक्ष में बयान दिया है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयंशकर से युद्ध में भारत का रूस के प्रति समर्थन को लेकर एक सवाल पूछा गया था। इसके जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को बयान दिया था कि भारत के कई क्षेत्रों में जब अन्य देशों ने कब्जा जमा लिया था। तो उस वक्त दुनिभर के कई देशों ने सवाल क्यों नहीं उठाए।

एस जयशंकर ने दिया दो टूक जवाब

युद्ध में रूस के समर्थन और यूक्रेन की निंदा को लेकर एस जयशंकर ने कहा, "कई बार विश्व राजनीति में, देश एक मुद्दा, एक स्थिति, एक सिद्धांत चुनते हैं और वे इसपर इसलिए जोर देते हैं कि वह उनके अनुकूल होता है। लेकिन अगर कोई सिद्धांत पर गौर करे तो भारत में हम लोग किसी अन्य देश के मुकाबले बेहतर जानते हैं।" विदेश मंत्री ने कहा, "आजादी मिलने के तुंरत बाद, हमने आक्रमण देखा, हमारी सीमाओं में बदलाव की कोशिश हुई और बल्कि आज भी भारत के कुछ हिस्सों पर एक अन्य देश का कब्जा है, लेकिन हमने इसपर दुनिया को यह कहते नहीं देखा कि चलो हम सभी भारत का साथ दें।"

पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन के युद्ध पर कहीं ये बात

एस जयशंकर ने आगे कहा, "आज हमें बताया जा रहा है कि यह सिद्धांतों का मामला है। काश, मैं यह सिद्धांत पिछले 80 वर्ष में देखता। मैंने इन सिद्धांतों को मनमाने ढंग से इस्तेमाल करते हुए देखा है।" इसके बाद उन्होंने कहा, "मैं कहूंगा कि हमारे साथ अन्याय किया गया। मैं इसकी पैरवी नहीं कर रहा हूं कि हर किसी के साथ ऐसा किया जाना चाहिए। हमारा रुख बहुत स्पष्ट रहा है। मेरे प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बगल में खड़े होकर कहा है कि हम इस संघर्ष को खत्म होते देखना चाहते हैं।"

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री की पत्नी से की मुलाकात

बता दें, यह बयान देने से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की पत्नी के साथ मीटिंग की थी। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दिवंगत प्रधानमंत्री के कार्यकाल में भारत और जापान के रिश्तों को सशक्त करने के लिए याद किया गया। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे की 67 साल की उम्र में चुनाव प्रचार अभियान के समय गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।

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