युद्ध में रूस की एंट्री: गाजा को तबाह करने की कसम खाए पीएम नेतन्याहू रूसी राष्ट्रपति पुतिन की बात मानेंगे? इजरायल-हमास युद्ध में मध्यस्थता करने को तैयार रूस
- युद्ध में होगी रूस की एंट्री?
- इजरायल-हमास युद्ध में मध्यस्थता करने को तैयार रूस
डिजिटल डेस्क, मॉस्को। इजरायल-हमास युद्ध में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों ओर से मरने वालों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। इन दोनों देशों के जंग के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बयान सामने आया है। पुतिन ने इजरायल पर हुए हमास के हमलों को क्रूर बताया है। साथ ही जवाबी कार्रवाई में किए जा रहे इजरायली हमलों को भी रूसी राष्ट्रपति ने क्रुरता से तुलना की है। रूस का संबंध इजरायल के साथ बेहतर रहा है। इस बीच पुतिन का यह बयान आना बेहद ही अहम माना जा रहा है
रूसी राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन युद्ध की शुरूआत के बाद पहली बार किसी देश के यात्रा पर गए हुए हैं। पुतिन किर्गिस्तान की राजधानी पहुंचे हैं। जहां उन्होंने एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया। जिसके दौरान उन्होंने इजरायल-हमास पर पूछे गए सवालों का जवाब दिया। पुतिन ने कहा कि रूस को सब पता है कि आखिर मिडिल ईस्ट में हो क्या रहा है। इजरायल ने गाजा इलाके की घेराबंदी कर एयर स्ट्राइक कर रहा है।
मासूम लोगों की जान रही है जान- पुतिन
इजरायल-हमास युद्ध को लेकर पुतिन ने कहा, "इजरायल बड़े पैमाने पर और काफी क्रूर तरीकों से भी जवाब दे रहा है" उन्होंने कहा, "अमेरिका में गाजा पर हो रहे हमलों को लेकर चर्चाएं चल रही है, वहां बात चल रही है कि गाजा की घेराबंदी द्वितीय विश्व युद्ध में लेनिनग्राद (अब सेंट पीटर्सबर्ग) की घेराबंदी जैसी है।"
रूसी राष्ट्रपति ने इजरायल द्वारा गाजा पर किए जा रहे हमलों को लेकर कहा, "मेरे नजरिए से ये ठीक नहीं है वहां (गाजा) 20 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। ये सभी लोग हमास का समर्थन नहीं करते हैं, मगर सब को भुगतना होगा, जिसमें महिला, बच्चे शामिल हैं।"
समझौत कराने के लिए तैयार रूस
पुतिन ने गाजा पर हो रहे हमलों को लेकर आगे कहा कि, आमतौर पर भी ये किसी के लिए स्वीकार कर पाना आसान नहीं है। साथ ही पुतिन ने इजरायल-हमास विवाद को रोकने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि, अगर दोनों चाहते हैं तो इस मामले में रूस मदद कर सकता है ताकि दोनों पक्षों के बीच बेहतर संबंध बन सके।
रूस-इजरायल का संबंध कितना बेहतर?
इन बयानों से पहले रूसी राष्टपति ने कहा था कि, गाजा में इजरायल हमलों से काफी संख्या में लोगों की जान जाएगी, जो अस्वीकार्य होगी। जिसमें बच्चे, बुजुर्ग, नौजवान समेत मासूम लोग हैं। रूस और इजरायल के बीच संबंध पारंपरिक रूप से मजबूत रहे हैं। लेकिन यूक्रेन-रूस युद्ध की शुरुआत के बाद दोनों देशों में कड़वाहट आ गई है।