रूस का यूक्रेन पर अब तक का सबसे जबरदस्त हमला, ओडेसा का बुरा हाल, खाने का सामान जला कई लोग भी घायल, हर तरफ आग ही आग
- दक्षिणी यूक्रेन की स्थिति भी आउट ऑफ कंट्रोल
- रूस ने लगातार दूसरे दिन ओडेशा पोर्ट पर जमकर की हवाई बमबारी
- हमले में अब तक 21 लोग घायल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच आक्रमक जंग और ज्यादा तेज हो गई है। गुरुवार को रूस ने यूक्रेन के ओडेसा शहर में जमकर हवाई हमले किए। बीते दो दिनों से रूसी सैनिक लगातार ओडेसा पोर्ट (बंदरगाह) सहित यूक्रेन के दक्षिणी शहरों में हवाई बमबारी कर रहे हैं। जिसके चलते कम से कम 21 लोग घायल हो गए हैं।
रूस के कब्जे वाले क्रीमिया पुल पर हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव का माहौल है। रूस ने बौखलाहट में पूरे यूक्रेन के शहर में हवाई हमला किया। रूसी सैनिकों ने लगातार दूसरे दिन भी ओडेसा पोर्ट पर हमला किया है। इस मामले को लेकर कीव सिटी के सैन्य प्रशासन प्रमुख सेरही पोपको ने टेलीग्राम पर एक बयान में कहा, "पूरे यूक्रेन के लिए हवाई हमलों की एक कठिन रात।" यूक्रेनी अधिकारियों ने बताया कि हाल के दिनों में रूस ने हवाई हमले तेज कर दिए हैं। पोपको ने आगे कहा कि ओडेशा में स्थिति काफी खराब है। रूस ने ओडेसा शहर में लगातार दूसरी रात हमले को अंजाम दिया है। रूस रात में ओडेशा शहर को निशाना बना रहा है। जो कि बेहद भयावह है।
घटना पर गवर्नर का बयान
वहीं इस घटना को लेकर क्षेत्र के गवर्नर ने विटाली किम ने टेलीग्राम पर कहा कि काला सागर के नजदीक दक्षिणी शहर में बमबारी के चलते मायकोलाइव में कम से कम 19 लोग घायल हो चुके हैं। रूस ने दक्षिणी शहर में भी हवाई हमले तेज कर दिए हैं। रूसी सैनिक तेजी से इस शहर में तीन मंजिला इमारतों को निशाना बना रहा है। अब तक कई तीन मंजिला इमारत नष्ट हो चुकी है। हमले के दौरान आग लगने के चलते 450 वर्ग मीटर (4,800 वर्ग फीट) का क्षेत्र प्रभावित हुआ है। जानकारी के मुताबिक, यह आग घंटों तक लगी रही। विटाली किम ने बताया कि दो लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें एक बच्चा भी शामिल हे।
ओडेसा में हालात गंभीर
ओडेसा के गवर्नर ओलेह किपर ने बताया कि बंरगाह शहर ओडेसा में हुए हमले के चलते दो लोग घायल हुए हैं और कई इमारतें नष्ट भी हुई है। यहां पर हमले के बाद इमरतों में आग लगने के चलते 300 वर्ग मीटर (3200 वर्ग फीट) का क्षेत्र प्रभावित हुआ। यह हमला बीते दिन के हमले से भी खतरनाक है। रूस ने हमले के दौरान यहां पर अनाज और तेल टर्मिनलों सहित शहर (ओडेसा) के बंदरगाह और बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचाया है। इस हमले में 60,000 टन अनाज नष्ट हुए हैं। जिसकी वजह से आस-पास के क्षेत्रों में खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो गई हैं।