पीएम मोदी का पोलैंड दौरा: जल्द यूरोपियन यूनियन का अध्यक्ष बनेगा पोलैंड, भारत से रिश्तों पर क्या असर डालेगी ये यात्रा, समझिए

  • पीएम मोदी दो दिवसीय पोलैंड यात्रा पर
  • पोलिश पीएम टस्क ने किया भव्य स्वागत
  • शाम को यूक्रेन के लिए रवाना होंगे

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-22 09:12 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पौलेंड की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। वह बुधवार शाम करीब साढ़े पांच बजे वारसॉ पहुंचे। अपनी इस ऐतिहासिक यात्रा के पहले दिन पीएम ने नवानगर के जाम साहब स्मारक और कोल्हापुर महाराज के स्मारक पर जाकर श्रद्धांजलि दी। साथ ही वहां मौजूद भारतीय समुदाय को संबोधित किया।

वहीं, दूसरे दिन पीएम मोदी राजधानी वारसॉ स्थित चांसलरी पहुंचे। जहां पोलैंड के पीएम डोनाल्ड टस्क ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्हें भारत के राष्ट्रगान 'जन गण मन' की धुन के साथ उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बता दें कि 45 साल में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा है।

पीएम टस्क के साथ द्विपक्षीय बैठक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वारसॉ में अपने पीएम डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इसके बाद पोलिश पीएम टस्क प्रधानमंत्री मोदी के लिए लंच भी होस्ट करेंगे। शाम को राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मुलाकात करने के बाद पीएम ट्रेन से यूक्रेन के लिए रवाना होंगे।

उधर, पीएम मोदी के साथ इस यात्रा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी गए हुए हैं। उन्होंने गुरुवार को पोलैंड के विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोर्स्की से मुलाकात की। जिसमें दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों और रूस-यूक्रेन युद्ध पर बात हुई।

'कुछ अच्‍छे काम मेरे नसीब में ही लिखे'

बुधवार को पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा था, "45 साल बाद कोई भारतीय PM पोलैंड आया है। कुछ अच्‍छे काम मेरे नसीब में ही लिखे हैं। पहले की सरकारों की नीति रहती थी कि दूरी बनाए रखो। हमारी नीति यह है कि हमें सभी देशों से करीबी रिश्ते बनाए रखने हैं।"

इसलिए महत्वपूर्ण यात्रा

अगले साल पोलैंड यूरोपियन यूनियन काउंसिल का अध्यक्ष बनने वाला है। इसलिए राजनीतिक और आर्थिक तौर पर पोलैंड के साथ भारत के रिश्ते अच्छे होना आवश्यक है। यही वजह है कि पीएम मोदी ने पोलैंड की यात्रा की।

दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों पर नजर डालें तो बीते 10 साल में भारत और पोलैंड के बीच करीब 200 फीसदी व्यापार बढ़ा है। पिछले साल दोनों देशों के मध्य करीब 33 हजार 146 करोड़ का निर्यात और 14 हजार 770 करोड़ का आयात किया था। भारत और पोलैंड के बीच रक्षा और ऊर्जा व तकनीकी के क्षेत्र में कई समझौते हुए हैं।

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