गहरे मतभेद: नेपाली कांग्रेस से प्रचंड ने तोड़े नाते, ओली के साथ नए गठबंधन की तैयारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने नेपाली कांग्रेस के साथ रिश्ते तोड़ते हुए 15 महीने के गठबंधन को खत्म कर दिया है। सोमवार को प्रधानमंत्री प्रचंड ने पूर्व प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली की पार्टी के साथ एक नया गठबंधन बनाने का फैसला किया। प्रचंड के नेपाली कांग्रेस से संबंधों को खत्म करने की मुख्य वजह आपसी मतभेद बताए जा रहे है।
प्रचंड ने प्रतिनिधि सभा में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद ओली के नेतृत्व वाली नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) से हाथ मिलाने का फैसला किया। हालांकि आपको बता दें ओली को प्रचंड का कड़ा आलोचक माना जाता है, पिछले साल, राष्ट्रपति चुनाव के लिए मुख्य विपक्षी दल के उम्मीदवार को समर्थन देने पर मतभेद के बाद सीपीएन-यूएमएल ने प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था।
सरकारी समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा के अनुसार नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के एक नेता ने कहा कि प्रचंड के नेतृत्व वाली सीपीएन (माओवादी केंद्र) और शेर बहादुर देउबा के नेतृत्व वाली नेपाली कांग्रेस के बीच गठबंधन समाप्त हो गया है क्योंकि दोनों शीर्ष नेताओं के बीच मतभेद काफी गहरे हो गए हैं। सीपीएन (माओवादी केंद्र) के सचिव गणेश शाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘नेपाली कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के साथ सहयोग नहीं किया, इसलिए हम नए गठबंधन की तलाश करने के लिए मजबूर हैं।
भाषा के मुताबिक सीपीएन-यूएमएल के उपाध्यक्ष सुरेंद्र पांडे ने कहा कि नई कैबिनेट का गठन सोमवार दोपहर को किया जाएगा और कैबिनेट का आकार छोटा होगा। कुछ परियोजनाओं के लिए बजट आवंटन के मुद्दे पर नेपाली कांग्रेस नेता एवं वित्त मंत्री प्रकाश शरण महत और प्रचंड के बीच मतभेद बढ़ने के बाद दोनों दलों के बीच दरार बढ़ गई। सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष ओली ने सोमवार को प्रधानमंत्री के आवास पर प्रचंड से मुलाकात की और एक नया गठबंधन बनाने से संबंधित मामलों पर चर्चा की।