छापा और लूटमार का आरोप: पाकिस्तान की सेना अपने खुद की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व चीफ फैज हमीद के खिलाफ जांच करेगी
- नवाज शरीफ को हटाने में था फैज का हाथ
- हमीद पर अवैध तरीके से घर में घुसने और लूटने का आरोप
- सुप्रीम कोर्ट ने दिए जांच के आदेश
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान की सेना अपने खुद की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व चीफ फैज हमीद के खिलाफ जांच करने वाली है। पाकिस्तान की शीर्ष अदालत के आदेश के बाद इसके लिए एक जांच कमेटी बनाई गई है। एबीपी ने पाकिस्तानी अखबार ट्रिब्यून के हवाले से लिखा है कि आईएसआई के पूर्व चीफ फैज हमीद पर अवैध तरीके से घर में घुसने और लूट का आरोप है। पीड़ित सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, उसके बाद टॉप कोर्ट ने जांच के आदेश दिए।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश और रक्षा मंत्रालय के निर्देशों के बाद हमीद के खिलाफ जांच शुरू की गई है। खबरों के मुताबिक रिटायरमेंट से कई महीने पहले नवम्बर 2022 में इस्तीफा दे चुके जनरल हमीद के खिलाफ ये पहली आधिकारी जांच होगी। उन पर एक हाउसिंग सोसायटी के मालिक ने आरोप लगाया है कि फैज ने घर पर अवैध रूप से छापा मारा और कीमती सामान लूट लिया। अब कई महीनों बाद सेना ने जनरल फैज हमीद के खिलाफ जांच का आदेश दिया है।
पाकिस्तानी अखबार ट्रिब्यून के मुताबिक 8 नवम्बर 2023 को टॉप सिटी सोसायटी के मालिक मोइज अहमद खान ने टॉप कोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इसमें फैज हमीद पर अधिकारों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। खान ने आरोप लगाया है कि 12 मई 2017 को फैज के इशारे पर आईएसआई के अधिकारियों ने उनके ऑफिस और घर पर छापा मारा था। छापे के दौरान आईएसआई के अधिकारियों ने घर से सोना, हीरे और पैसे समेत कीमती सामान लूटकर ले गए थे। मामला गरमाया तो फैज ने खान से मुलाकात कर व्यक्तिगत तौर पर मामले को सुलझाने का प्रयास किया। कारोबारी का आरोप है कि आईएसआई के अधिकारियों ने उससे 4 करोड़ रुपये कैश वसूले हैं।
आपको बता दें ये कोई पहला मौका नहीं जब फैज विवादों में आए है, इससे पहले भी वो विवादों के घेरे में रहे है। नवाज शरीफ को हटाने में था फैज का हाथ बताया जाता है। इसे लेकर पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी सुप्रीम कोर्ट में आरोप लगाया था कि उन्हें सत्ता से हटाने के पीछे फैज हमीद और पूर्व सेना प्रमुख जनरल बाजवा का हाथ था, साथ ही फैज हमीद का नाम फैजाबाद धरना समेत कई मामलों में आया था, हालांकि उन सभी मामलों में फैज को क्लीनचिट मिल गई थी।