लेखक सलमान रुश्दी जानलेवा हमले के बाद वेंटिलेटर पर, गंवा सकते हैं एक आंख : एजेंट
सलमान रूश्दी पर जानलेवा हमला लेखक सलमान रुश्दी जानलेवा हमले के बाद वेंटिलेटर पर, गंवा सकते हैं एक आंख : एजेंट
- घटना चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन में हुई
डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। अमेरिका के न्यूयॉर्क में मशहूर लेखक सलमान रुश्दी पर शुक्रवार को एक साहित्यिक कार्यक्रम के दौरान एक बदमाश ने चाकू से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। फिलहाल उन्हें अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है। समाचार एजेंसी डीपीए ने बताया कि शुक्रवार देर रात एक बयान में रुश्दी के एजेंट एंड्र्यू वायली ने कहा, खबर अच्छी नहीं है। सलमान की एक आंख खोने की संभावना है, उनकी हाथ की नसें कट गई थीं। वहीं, हमले के कारण उनका लिवर भी क्षतिग्रस्त हो गया है।
एक पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, घटना चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन में हुई। हमलावर तेजी से मंच पर आया और रुश्दी पर चाकू से हमला कर दिया। इस दौरान मंच पर मौजूद इंटरव्यूअर के सिर पर भी हल्की चोट आई है। पुलिस ने आरोपी की पहचान 24 वर्षीय हादी मटर के रूप में की है जो न्यू जर्सी का है। आधिकारियों का कहना है कि हमले के पीछे का कारण अभी भी अस्पष्ट है।
हमले के बाद रुश्दी को हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाए जाने से पहले दर्शकों में शामिल एक डॉक्टर ने उनका उपचार किया। अधिकारियों ने कहा कि हमलावर ने रुश्दी के गर्दन और पेट पर चाकू से वार किया है। सलमान रुश्दी द्वारा मुस्लिम परंपराओं पर लिखे गए उपन्यास द सैटेनिक वर्सेस को लेकर ईरान के धार्मिक नेता अयातुल्ला खामैनी ने 1988 में उनके खिलाफ फतवा जारी किया था। हमले को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
हालांकि, ईरान के एक राजनयिक ने कहा, हमारा इस हमले से कोई लेना-देना नहीं है। रुश्दी का जन्म भारतीय स्वतंत्रता के वर्ष 1947 में मुंबई में हुआ था। उन्होंने ब्रिटेन में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में इतिहास की पढ़ाई की है। उन्हें उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रन के लिए 1981 में बुकर प्राइज और 1983 में बेस्ट ऑफ द बुकर्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रुश्दी ने लेखक के तौर पर शुरुआत 1975 में अपने पहले उपन्यास ग्राइमस के साथ की थी।
(आईएएनएस)
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