मरा नहीं जिंदा है दुनिया का खूंखार आंतकी और 9/11 को अंजाम देने वाला अल जवाहिरी ? अलकायदा के वायरल हो रहे वीडियो के बाद उठे सवाल
अल जवाहिरी जिंदा है? मरा नहीं जिंदा है दुनिया का खूंखार आंतकी और 9/11 को अंजाम देने वाला अल जवाहिरी ? अलकायदा के वायरल हो रहे वीडियो के बाद उठे सवाल
- अलकायदा ने जारी किया वीडियो
डिजिटल डेस्क, काबुल। दुनियाभर में अपने आतंक से लोगों को हमेशा दहशत में रखने वाले आतंकवादी समूह अल कायदा ने शुक्रवार को अपने मारे गए नेता अयमान अल जवाहिरी का एक वीडियो जारी किया है, यह वीडियो करीब 35 मिनट का है। आतंकवादी संगठन ने दावा किया है कि यह रिकॉर्डिंग अल जवाहिरी की ही है। हालांकि, यह वीडियो रिकॉर्डिंग कब की गई है, इसके बारे में जानकारी नहीं दी गई है। अल जवाहिरी का वीडियो सामने आने के बाद लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या आतंकवादी जवाहिरी अब भी जिंदा है? गौरतलब है कि 9/11 हमले में जवाहिरी साजिशकर्ता था। अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा जा चुका है।
अल जवाहिरी मारा जा चुका है
जिस आतंकी जवाहिरी के आवाज वाला वीडियो वायरल हो रहा है, उसको 31 जुलाई 2022 को अमेरिकी ड्रोन हमले में काबुल में मार गिराया गया था। जवाहिरी 9/11 आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता भी रहा है। अमेरिका को कई दिनों से उसकी तलाश भी रही है। बताया जा रहा है कि जवाहिरी के ठिकाने का पता लगाने में पाकिस्तान की भागीदारी की संभावना जताई गई थी।
हालांकि, अमेरिकी व पाकिस्तान में से किसी ने इस बात को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं किया है। यूरोपियन फाउंडेशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस के संरक्षण में जवाहिरी के पाकिस्तान में रहने की सूचना तब तक थी, जब तक कि तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा नहीं कर लिया।
ये भी लगाई जा रही हैं अटकलें
थिंक- टैंक न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि कई सालों तक यह माना जाता था कि जवाहिरी पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाके में छिपा हुआ है व यह स्पष्ट नहीं है कि वह अफगानिस्तान क्यों लौटा। बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद जवाहिरी का परिवार काबुल में सुरक्षित घर लौटा था। शीर्ष खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि जवाहिरी को कराची में शरण दी जा रही थी व अफगानिस्तान पर जबरन कब्जा करने के बाद तालिबान ने कुछ समय बाद उसे हक्कानी नेटवर्क के जरिए चमन सीमा से काबुल ले जाया गया था। हालांकि, जवाहिरी की हत्या में पाकिस्तान की भूमिका आज भी अहम माना जा रही है।