कश्मीर नहीं मिला तो PoK पर ही कब्जा जमाने की कोशिश में जुटा पाकिस्तान, कब्जे के लिए संविधान में बड़ा संशोधन करने की है तैयारी!
पाकिस्तानी चाल का पर्दाफाश कश्मीर नहीं मिला तो PoK पर ही कब्जा जमाने की कोशिश में जुटा पाकिस्तान, कब्जे के लिए संविधान में बड़ा संशोधन करने की है तैयारी!
- हमारी ही बिजली हमें अधिक दामों में बेची जाती है
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार के एक प्रस्ताव का पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में विरोध होना शुरू हो गया है। पाक सरकार की ओर से पीओके को प्रांतीय दर्जा देने के प्रस्ताव पर एक सामाजिक कार्यकर्ता शब्बीर चौधरी ने विरोध किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस कदम से पीओके के प्राकृतिक संसाधनों को अपने नियंत्रण में लेना चाहता है। चौधरी ने वहां के लोगों से पाक के इस कदम का विरोध करने का आह्वान किया है। ताकि उनके अधिकारों पर कब्जा न जमाया जा सके।
लोगों को बनाया जा रहा मूर्ख
सामाजिक कार्यकर्ता शब्बीर ने पाकिस्तान के 1974 अधिनियम के 15 वें संशोधन पर अपनी बात रखी। जिसके जरिए पाक पीओके को एक प्रांतीय दर्जा देना की फिराक में है। जिसके बाद पाकिस्तान की आर्मी का पूरा हस्तक्षेप रहेगा। कार्यकर्ता चौधरी ने इस बात पर नाराजगी जताई कि राजनेता यहां पर लोगों को यह कहकर मूर्ख बना रहे हैं कि पाकिस्तान के इस फैसले से बड़ा बदलाव आएगा। चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान अपनी विस्तारवादी और साम्राज्यवादी नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए यह कदम उठा रहा है। पाकिस्तान इसको पूरा करने के लिए 1947 से ही कदम उठा चुका था। उन्होंने कहा पाकिस्तान ने अपनी साम्राज्यवादी नीतियों का एजेंडा इस्लाम के नाम पर शुरू किया और उसे अपने गलत फैसलों से बढ़ाने का काम कर रहा है।
इस्लाम के नाम पर पाक सेट कर रहा अपना एजेंडा
सामाजिक कार्यकर्ता शब्बीर ने आगे कहा कि पाकिस्तान अपने साम्राज्यवादी एजेंडे को विस्तार देने के लिए हमेशा इस्लाम का इस्तेमाल करता रहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि 22 अक्टूबर 1947 से पीओके के लोग स्वतंत्र रूप से जीने के झूठे दांवे में जी रहे है। शब्बीर ने पाकिस्तान पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि पाक हमेशा पीओके के लोगों के साथ छेड़छाड़ किया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बचपन से हमारे बच्चों का सामाजिक, शैक्षिक व आर्थिक तौर ब्रेनवॉश किया जाता है। तथा पाकिस्तान का गुलाम बनने के लिए उन्हें मजबूर कर दिया जाता है।
ये अधिकारी पीओके को नियंत्रित करते हैं
सामाजिक कार्यकर्ता के मुताबिक पाकिस्तान की ओर से पीओके को नियंत्रित करने के लिए ऋण अधिकारी तैनात किए गए हैं। ये पीओके के लोगों के हर मसले को सुनते है। पाकिस्तान की तरफ से चार ऋण अधिकारी को तैनात किया जाता है। पाकिस्तान इनको अच्छा खासा वेतन देता है और ये सभी पाकिस्तानी हितों की रक्षा करते हैं। जिन उधार अधिकारियों की पाकिस्तान की तरफ से नियुक्त किए जाते हैं, वो आईजी पुलिस, मुख्य सचिव, वित्त सचिव, महालेखाकार होते है। ये सभी हर फैसले को लेने के लिए स्वतंत्र होते हैं। शब्बीर ने बताया की पीओके सभी अधिकारी इस पद पर आने से पहले पाकिस्तान की निष्ठा का शपथ लेते हैं।
पीओके में आईएसआई का कहर
सामाजिक कार्यकर्ता शब्बीर चौधरी ने पाकिस्तान की अराजकता की पोटली खोल कर रख दी। उन्होंने बताय कि पीओके में आईएसआई का पूरा हस्तक्षेप रहता है, वही इस क्षेत्र को नियंत्रित करती है। चौधरी ने बताया कि पाकिस्तान में कई गुप्त एजेंसियां भी काम कर रही हैं, जो यहां के लोगों को अगवा करती हैं और बेवजह प्रताड़ित करने का काम करती हैं। यहां तक कि यहां के लोगों की हत्या तक कर दी जाती है।
पाकिस्तान के कारनामों की पोल खोलते हुए शब्बीर ने बताया कि यहां पर एक कश्मीर परिषद भी है जिसमें सात सदस्य कार्यरत हैं। जो सभी पाकिस्तानी हैं। अगर वह किसी प्रस्ताव को पास कर देते हैं तो आप अदालत की तरफ भी उसके खिलाफ रुख नहीं कर सकते हैं। ये उनको विशेषाधिकार दिया गया है। पीओके विधानसभा को इस कानून के खिलाफ विरोध या फिर कानून को न मानने का अधिकार तक नहीं है।
15वां संशोधन पीओके की होगी अलग पहचान
शब्बीर चौधरी ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से किए जा रहे 15वें संशोधन का पीओके में भारी विरोध हो रहा है। लोग इसको लेकर काफी आक्रोशित हैं। अगर ये प्रस्ताव पास हो गया तो पीओके की एक अलग पहचान होगी। पीओके के रहने वाले ये नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की मानसिक गुलाम हो चुकी पीओके विधानसभा इस संशोधन का विरोध भी नहीं करेगी। शब्बीर पीओके के लोगों की दुर्दशा पर बोले कि उनके हितों की रक्षा के लिए कोई विदेशी कार्यालय नहीं है और वे यूएन व अन्य किसी इंटरनेशनल मंच पर पीओके विवाद पर प्रतिनिधित्व नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने पाकिस्तान पर बड़ा आरोप लगाया और कहा कि हमारे यहां उत्पन्न बिजली पाकिस्तान के नेशनल ग्रिड में जाती है और पाक उपभोक्ताओं को बेची जाती है। उन्होंने पाक पर हमला बोला और कहा कि पाकिस्तान हम सभी से बिजली लेता है और हमें ही महंगे दामों में बेचता है, जबकि पाकिस्तानी नागरिकों के साथ ऐसा नहीं किया जाता है। पाकिस्तान की इस दोहरे रवैए पर उन्होंने विरोध दर्ज किया।