अमेरिकी सांसद इल्हान ओमर के पीओके दौरे को किसने फंड किया, क्या पाकिस्तान ने ?

अमेरिका अमेरिकी सांसद इल्हान ओमर के पीओके दौरे को किसने फंड किया, क्या पाकिस्तान ने ?

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-22 11:00 GMT
अमेरिकी सांसद इल्हान ओमर के पीओके दौरे को किसने फंड किया, क्या पाकिस्तान ने ?
हाईलाइट
  • अमेरिकी कांग्रेस के नियमों के अनुकूल लेकिन पुष्टि नहीं

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिकी सांसद इल्हान ओमर के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के दौरे को किसने फंड किया? इल्हान के कार्यालय ने इसका जवाब देने से इनकार कर दिया है।
इल्हान की प्रेस सचिव और डिजिटल निदेशक जैकलीन रोजर्स ने गुरुवार को कहा कि अभी इसे लेकर आधिकारिक टिप्पणी जारी नहीं की गयी है। कुछ होता है तो जानकारी दी जायेगी। इल्हान की इस ट्रिप को पाकिस्तान से फंड किया है और यह पूरी तरह वैध है। अमेरिकी कांग्रेस के नियमों के अनुकूल होने के बावजूद आखिरकार इल्हान के कार्यालय ने इसकी पुष्टि क्यों नहीं की या इससे इनकार क्यों नहीं किया?

अमेरिकी सांसद विदेशी सरकारों के आमंत्रण पर उनके खर्च पर द्विपक्षीय शिक्षा एवं सांस्कृतिक आदान प्रदान अधिनियम के तहत विदेश दौरा कर सकते हैं। इस अधिनियम के दायरे में पाकिस्तान और भारत दोनों आते हैं। अमेरिका का विदेश मंत्रालय हालांकि इल्हान के कार्यालय से अधिक स्पष्ट जवाब देने वाला साबित हुआ और उसने कहा कि इल्हान अमेरिकी सरकार के फंड से पाकिस्तान के दौरे पर नहीं जा रही हैं, इसी वजह से इस बारे में जानकारी उनके कार्यालय से ही मिलेगी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान के एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुये यह जानकारी दी। इल्हान ओमर अमेरिका प्रतिनिधि सभा की पहली मुस्लिम महिला सदस्य हैं। वह और राशिदा त्लैब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की कटु आलोचक हैं। वे कश्मीर के मुद्दे और भारत में अल्पसंख्यकों के मसले पर मोदी सरकार की नीतियों की आलोचना करती हैं।

इल्हान गुरुवार को पीओके के दौरे पर गयीं और उन्होंने वहां कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि कश्मीर के मसले पर कांग्रेस में उस स्तर पर चर्चा हो रही है, जो होनी चाहिये। भारत ने इल्हान के पीओके दौरे पर अपनी नाराजगी जताई है। भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस ब्रीफिंग ने कहा कि इल्हान ओमर ने पीओके का दौरा किया। अगर कोई नेता अपनी संकीर्ण राजनीति के तहत काम करती हैं तो यह उनका अपना काम है लेकिन अगर उनका यह काम भारत की भौगोलिक अखंडता का उल्लंघन करता हो तो इससे हमारा भी मतलब है।

 

(आईएएनएस एक्सक्यूलिव) 

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