WHO ने दी गुड न्यूज: जल्द मिलेगी कोरोना की वैक्सीन, 8 टीमें दवा बनाने के बेहद करीब
WHO ने दी गुड न्यूज: जल्द मिलेगी कोरोना की वैक्सीन, 8 टीमें दवा बनाने के बेहद करीब
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नोवल कोरोना वायरस ने महीनों से पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। वहीं वैज्ञानिक इसकी दवा बनाने में जुटे हुए हैं, लेकिन अभी तक इसमें कोई सफलता नहीं मिली है। हालांकि कई देशों ने टीका बनाने का दावा भी किया है, लेकिन यह कब तक आएगा ये तय नहीं है। इसी बीच वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की तरफ से अच्छी खबर आई है। WHO के अनुसार जल्द ही कोरोना की वैक्सीन आने वाली है। 7 से 8 टीमें वैक्सीन बनाने के बेहद करीब पहुंच चुकी हैं। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से उनके काम में और तेजी लाई जा रही है। फिलहाल इनके नामों का खुलासा नहीं किया गया है।
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काम में आई तेजी, समय से पहले बन जाएगी वैक्सीन
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के डायरेक्टर जनरल टेडरॉस एडनॉम ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की इकोनॉमिक एंड सोशल काउंसिल को जानकारी देते हुए कहा, कोरोना की वैक्सीन बनाने के लिए तेजी से काम चल रहा है। यह दवा समय से पहले तैयार कर ली जाएगी। टेडरॉस ने बताया, कुल सात से आठ टीमें ऐसी हैं जो वैक्सीन को बनाने के बेहद करीब हैं और जल्दी ही दुनिया को एक खुशखबरी मिल सकती है। दो महीने पहले अनुमान लगाया गया था कि, इसे बनने में 12 से 18 महीने लग सकते हैं, लेकिन काम में तेजी आई है और अब यह समय से पहले विकसित कर ली जाएगी।
वैक्सीन बनाने के काम में और आर्थिक मदद की जरूरत
टेडरॉस ने बताया, वैक्सीन को बनाने में तेजी से प्रयास किया जा रहा है जिसमें एक सप्ताह पहले 40 देशों, संगठनों और बैंकों द्वारा अनुसंधान, उपचार और परीक्षण के लिए 8 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद की गई है। हालांकि उन्होंने ये भी स्पष्ट किया है कि, इस काम के लिए इतनी रकम पर्याप्त नहीं है। कुछ और मदद की जरूरत है। अगर ये मदद नहीं मिलती है तो दवा बनाने के कार्य में देरी होती रहेगी। WHO चाहता है, वैक्सीन चंद लोगों तक नहीं बल्कि हर एक देश और शख्स तक इसकी पहुंच हो।
सैकड़ों वैज्ञानिकों का संगठन काम पर रख रहा नजर
डब्लूएचओ चीफ ने कहा, हमारा संगठन दुनिया भर में हजारों शोधकर्ताओं के साथ काम कर रहा है, जिससे पशु मॉडल विकसित करने से लेकर नैदानिक परीक्षण डिजाइन कर वैक्सीन के विकास में तेजी लाई जाए। इसमें 400 वैज्ञानिकों का एक संगठन भी शामिल हैं। ज्यादातर वैक्सीन का इस्तेमाल जानवरों पर करना शुरू कर चुके हैं। कुछ ह्युमन ट्रायल भी शुरू हुए हैं।