पाकिस्तानी युवा मंत्री के भारत पर बयान के क्या हैं मायने, क्या भारत से बिगड़ रहे रिश्तों से परेशान है मॉर्डन हो रहा पाकिस्तान?
पाक का यूटर्न पाकिस्तानी युवा मंत्री के भारत पर बयान के क्या हैं मायने, क्या भारत से बिगड़ रहे रिश्तों से परेशान है मॉर्डन हो रहा पाकिस्तान?
- इससे पहले यूएन में भारत पर बोला था हमला
डिजिटल डेस्क, भोपाल। क्या पाकिस्तान अपनी दकियानूसी परंपराओं से बाहर आना चाहता है? क्या वह भारत के साथ कश्मीर के मुद्दे को दरकिनार कर रिश्ते मजबूत करना चाहता है? पाकिस्तान के युवा मंत्री के ताजा बयान से तो ऐसी ही संभावनाएं नजर आ रही हैं। दरअसल, पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल अली भुट्टो ने भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बात कही है। उन्होंने वर्ल्ड इकॉनामी फोरम की बैठक के दौरान आयोजित कार्यक्रम में ये बात कही।
भारत के साथ रिश्ते जुड़ने की जताई संभावना
भारत के साथ रिश्तों पर बात करते हुए बिलावल ने कहा, यकीनन भारत के साथ वर्तमान में हमारे रिश्ते वैसे नहीं हैं जैसे होने चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा, मुझे भरोसा है भविष्य में एक ऐसा समय भी आएगा, जब हमारे पड़ोसी मुल्क भारत के साथ हमारे राजनयिक ही नहीं आर्थिक रिश्ते भी सुधरेंगे।
पाकिस्तान के आर्थिक और व्यापारिक अवसरों को बढ़ाने के लिए जरुरी रोडमैप पर चर्चा करते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि, वो दिन दूर नहीं जब पाकिस्तान अपनी आर्थिक संभावनाओं का इस्तेमाल कर संपन्नता पाएगा।
पाकिस्तान बने मॉडर्न मुस्लिम देश
बिलावल ने पाकिस्तान को मॉडर्न मुस्लिम देश बनाने की वकालत की। उन्होंने सवालिया तहजे में कहा कि, क्या पाकिस्तान को पुरानी लड़ाईयां जारी रखना चाहिए, वही दकियानूसी परंपराओं पर चलना चाहिए य़ा फिर आज के मॉडर्न समय के जैसे पाकिस्तान की पहचान होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की पहचान एक मॉडर्न मुस्लिम देश के रुप में होनी चाहिए जिसका भविष्य खुशियों से भरा हो।
यहां लड़ाईयों का जिक्र कर बिलावल भारत के साथ चल रहे कश्मीर विवाद की ओर इशारा कर रहे थे। वर्षों से जारी इस विवाद के कारण ही पाकिस्तान और भारत के बीच राजनैतिक से लेकर आर्थिक रिश्ते खराब रहें हैं। दोनों देशों के बीच रिश्ते खराब होने का ज्यादा नुकसान भारत के मुकाबले पाकिस्तान को ज्यादा होगा।
पाकिस्तान के युवा मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के लिए देश और दुनिया में आगे बढ़ने का सही तरीका यही होगा कि वह राजनीति से संबंधित छोटी-छोटी बातों को एक तरफ रख कर केवल अपनी उन क्वालिटियों को एकसप्लोर करे, जिनका लाभ वो अब तक नही उठा पाया है।
उन्होंने आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि, हमें घरेलू या अंतराष्ट्रीय स्तर पर ये दिखाना चाहिए कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो हाथ पर हाथ रख कर नहीं बैठता है बल्कि खुद की सहायता भी कर सकता है। इससे दुनिया के सामने हमारी क्षमताओं का विकास होगा और हमें आगे बढ़ने में सहायता मिलेगी।
गौरतलब है कि इससे पहले बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए भारत पर निशाना साधा था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुए परिसीमन को अवैध बताते हुए यूएन सुरक्षा परिषद से इस पर तत्काल संज्ञान लेने का आग्रह किया था।