COVID-19: अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगाए WHO पर आरोप, कहा- रोकेंगे फंडिंग
COVID-19: अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लगाए WHO पर आरोप, कहा- रोकेंगे फंडिंग
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने नोवल कोरोनावायरस (Novel Coronavirus) के मामले में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर निशाना साधा है। उन्होंने WHO को चीन पर अधिक ध्यान देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन को अमेरिका से बड़े पैमाने पर धन प्राप्त होता है। उन्होंने मेरी यात्रा पर प्रतिबंध लगाया वो मुझसे असहमत थे। वे बहुत सारी चीजों के बारे में गलत थे। ऐसा लग रहा है उनका ज्यादा ध्यान चीन की तरफ है। हम डब्ल्यूएचओ पर खर्च की जाने वाली धनराशि पर रोक लगा रहे हैं।
अमेरिका में कोरोना संक्रमण में लगतार इजाफा
बता दें कि अमेरिका की हालत दिन-ब-दिन बदत्तर होती जा रही है। यहां कोरोना संक्रमित का आंकड़ा अबतक 398,185 हो गया है। जबकि 12,844 लोगों की मौत और 21,763 लोग स्वस्थ्य हो गए हैं। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को भी मलेरिया की हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई नहीं देने पर धमकी दी थी। उन्होंने कहा है कि अगर भारत दवा की आपूर्ति नहीं करेगा तो अमेरिका भी बदले की कार्रवाई करने पर विचार करेगा।
The W.H.O. really blew it. For some reason, funded largely by the United States, yet very China centric. We will be giving that a good look. Fortunately I rejected their advice on keeping our borders open to China early on. Why did they give us such a faulty recommendation?
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) April 7, 2020
अमेरिका और चीन को एकजुट सहयोग करना चाहिए: राजदूत
अमेरिका स्थित चीनी राजदूत त्स्वेई थिएन काई ने कहा कि चीन और अमेरिका को एकजुट और सहयोग से काम करना चाहिए। काई ने न्यूयॉर्क टाइम्स में अपने लेख में कहा है कि न्यूयॉर्क उनके लिए पसंदीदा शहर है, लेकिन महामारी की वजह से अब इस शहर का पॉज बटन दबाया गया है जिससे मुझे बहुत दुख हुआ। थिएन काई ने कहा कि चीन और अमेरिका को एक दूसरे की मदद करनी चाहिये। हाल ही में राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि दोनों देशों को सहयोग से महामारी को रोकना चाहिये और चीन यथासंभव अमेरिका का समर्थन करेगा।
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अमेरिका में आर्थिक मंदी आने वाली है: अर्थशास्त्री
सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पूर्व अध्यक्ष जेनेट एल येलन का मानना है कि इस साल की दूसरी तिमाही में अमेरिका की जीडीपी में कम से कम 30 प्रतिशत की कटौती आएगी। इससे पहले अमेरिकी श्रम मंत्रालय के आंकड़ों में कहा गया था कि मार्च में अमेरिका में बेरोजगारी दर 4.4 प्रतिशत थी, लेकिन येलन ने कहा कि स्थिति इस से और बिगड़ चुकी है। बेरोजगारी दर 12-13 प्रतिशत हो गयी है और यह दर और बढ़ेगी।