मैकमोहन रेखा को अमेरिका ने अरूणाचल प्रदेश और चीन के बीच बताई अंतर्राष्ट्रीय रेखा, यूएस ने पारित किया द्विदलीय प्रस्ताव

भारत के पक्ष में आया अमेरिका मैकमोहन रेखा को अमेरिका ने अरूणाचल प्रदेश और चीन के बीच बताई अंतर्राष्ट्रीय रेखा, यूएस ने पारित किया द्विदलीय प्रस्ताव

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-16 05:54 GMT
मैकमोहन रेखा को अमेरिका ने अरूणाचल प्रदेश और चीन के बीच बताई अंतर्राष्ट्रीय रेखा, यूएस ने पारित किया द्विदलीय प्रस्ताव
हाईलाइट
  • चीन की निंदा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका ने द्विदलीय प्रस्ताव पारित कर मैकमोहन रेखा को अंतर्राष्ट्रीय रेखा की मान्यता दी हैं, और पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताया है। 

अमेरिकी सीनेट में प्रस्ताव पेश करने वाले सांसदों में से एक सीनेटर बिल हैगर्टी ने कहा कि, चीन मौजूदा वक्त में हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। हैगर्टी ने आगे कहा कि अमेरिका के लिए ये जरूरी हो जाता है कि वो अपने रणनीतिक साझेदारों, खासकर भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहे। प्रस्ताव पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना यानी पीआरसी के उस दावे को भी खारिज करता है जिसमें वह अरुणाचल प्रदेश को चीन का क्षेत्र कहता है। सीनेटर जेफ मर्कले ने कहा अमेरिका स्वतंत्र, निष्पक्ष और कानून के शासन का समर्थन करता है। 

हेगर्टी और सीनेटर जेफ मर्कले ने प्रस्ताव को पेश करते हुए कहा कि हम ये कदम भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच हुई झड़पों के बाद उठा रहे हैं। सिनेट अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा मानता है। प्रस्ताव पेश करते हुए हेनरी ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को बदलने की चीन की मांग की निंदा की। 

चीन और भारत के बीच तनातनी

1962 भारत और चीन युद्ध के बाद से भारत और चीन के बीच कई बार तनातनी देखने को मिली हैं।  चीन सिक्किम-भूटान-तिब्बत सीमा को लेकर हरकत करता रहता है। पिछले साल  9 दिसंबर 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत और चीन के बीच हुई झड़प देखने को मिली। 2020 में भी चीन और भारत के बीच हिंसक झड़प देखी गई। गलवान के पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग त्सो झील के समीप चीन और भारत के बीच संघर्ष देखा गया था। 

आपको बता दें भारत चीन के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है।  ये सीमा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश से होकर गुजरती है। भारत ही नहीं चीन के कई पड़ोसी मुल्कों जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान, कज़ाखस्तान, मंगोलिया, रूस, उत्तर कोरिया, वियतनाम, लाओस, म्याँमार, भूटान और नेपाल शामिल हैं। चीन का भारत के साथ ही कई देशों से सीमा को लेकर विवाद है। समय के साथ चीन ने अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, कज़ाखस्तान, म्याँमार, पाकिस्तान और रूस से अपने विवाद काफी हद तक सुलझाएं हैं , लेकिन ज्यादातर पड़ोसी देशों के साथ  विवाद अभी भी जारी है। मौजूदा वक्त में चीन का सबसे बड़ा सीमा विवाद भारत और कुछ हद तक भूटान के साथ चल रहा है। भू-सीमा के अलावा चीन के साथ चार देशों की समुद्री सीमा भी लगती है। इसमें  जापान, दक्षिण कोरिया, वियतनाम और फिलीपींस शामिल है।

 

 


 

Tags:    

Similar News