अपने ही देश में ऋषि सुनक को भुगतनी पड़ी सजा, इस हरकत पर ब्रिटेन पुलिस ने लगाया 100 पाउंड का जुर्माना, 28 दिनों के अंदर करना होगा भुगतान, विपक्षी पार्टी ने कसा तंज
दुनिया अपने ही देश में ऋषि सुनक को भुगतनी पड़ी सजा, इस हरकत पर ब्रिटेन पुलिस ने लगाया 100 पाउंड का जुर्माना, 28 दिनों के अंदर करना होगा भुगतान, विपक्षी पार्टी ने कसा तंज
- पीएम को मिला 28 दिनों का समय
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन में ट्रैफिक के कितने सख्त नियम हैं। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं, कि वहां के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर कार में सीट बेल्ट नहीं लगाने पर पुलिस ने शुक्रवार को जुर्माना लगा दिया है। खास बात यह है कि वह खुद कार ड्राइव नहीं कर रहे थे। बल्कि वह कार के पीछे वाली सीट पर बैठे हुए थे। प्रधानमंत्री सुनक पर पुलिस ने चलती हुई कार में सीट बेल्ट नहीं लगाने पर जुर्माना लगाया है। लंकाशायर पुलिस के मुताबिक, उन्होंने यातायात के नियमों का उल्लंघन किया है इसलिए उनपर जुर्माना लगाया गया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्रधानमंत्री सुनक ने अपनी गलती को स्वीकार किया है और उन्होंने इसके लिए बकायदा माफी भी मांगी है। साथ ही अधिकारियों ने बताया है कि वो अब जुर्माना भी अदा करने वाले है। अधिकारियों ने कहा कि जो यात्री यातायात का नियमों का पालन नहीं करते है उनपर 100 पाउंड यानी भारतीय रूपये में 10,000 का जुर्माना लगाया जाता है। ऐसे में यदि यह मामला अदालत में जाता है तब उनपर यह जुर्माना बढ़कर 500 पाउंड यानी भारतीय रूपये में 50,000 तक हो सकता है।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
दरअसल पीएम ऋषि सुनक ने एक वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया था। जिनमें वे सरकार के 'लेवलिंग अप' खर्च के लेटेस्ट राउंड को बढ़ावा देने कि बात कर रहे थे। वीडियों में देखा जा सकता है कि ऋषि सुनक चलती कार में सीट बेल्ट नहीं लगाए हुए हैं। बता दें कि यह पहला मौका नहीं जब ऋषि सुनक को सरकार में रहते हुए फिक्स्ड पेनल्टी का नोटिस मिला है। इससे पहले भी ऋषि सुनक पर बीते साल तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के जन्मदिन पर कोविड-19 लॉकडाउन नियमों को तोड़ा था। इस दौरान बोरिस जॉनसन और पत्नी कैरी के अलावा सुनक पर भी पेनल्टी लगाई गई थी। इसी के साथ ऋषि सुनक बोरिस जॉनसन के बाद दूसरे ऐसे प्रधानमंत्री बन गए हैं जिन पर कानून तोड़ने के इस तरह आरोप लग रहे हैं।
पीएम को मिला 28 दिनों का समय
ब्रिटेन के कानून के हिसाब से व्यक्ति फिक्स्ड पेनल्टी नोटिस कानून तोड़ने के लिए एक जुर्माना है। जिसे 28 दिनों के भीतर भुगतान अदा करना होता है। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति जुर्माने का विरोध करता है तो पुलिस इस मामले पर विचार करती है और यह तय करती है कि जुर्माना वापस लेना है या मामले को कोर्ट में ले जाना है। ब्रिटेन के विपक्षी लेबर पार्टी ने सुनक के इस हरकत पर तंज कसा है। लेबर पार्टी के प्रवक्ता ने कहा था कि ऋषि इस देश में सीट बेल्ट, डेबिट कार्ड, ट्रेन सेवा और अर्थव्यवस्था का इस्तेमाल करना नहीं जानते हैं।