रूस-यूक्रेन पर बंटी दो महाशक्तियां! शी जिनपिंग के साथ दिखे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, तो यूक्रेन पहुंचे जापानी पीएम
रूस-यूक्रेन पर बंटी दुनिया रूस-यूक्रेन पर बंटी दो महाशक्तियां! शी जिनपिंग के साथ दिखे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, तो यूक्रेन पहुंचे जापानी पीएम
- चीन का फुलप्रूफ प्लान
डिजिटल डेस्क,मॉस्को। रूस-यूक्रेन युद्ध पर दुनिया के तमाम देश अपने-अपने हिसाब से दोनों देशों का समर्थन करते रहे हैं। एक बार फिर कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग जहां रूस दौरे पर गए हुए हैं जबकि चीन का प्रतिद्वंद्वी जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा यूक्रेन के दौरे पर हैं। दोनों देश एक दूसरे को यह संदेश देने में लगे हुए हैं कि हम इस लड़ाई में इनके साथ हैं। विदेश मामलों के जानकार कहते हैं कि दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष हमेशा से ही एक दूसरे के काफी बड़े प्रतिद्वंद्वी रहे हैं जहां दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति चीन है तो वहीं जापान भी हर तरह के मोर्चे पर अपने आप को स्थापित कर चुका है और आने वाले समय में चीन को पीछे छोड़ने की पूरी प्लानिंग कर रहा है। इसी बीच दोनों देशों के प्रमुख नेताओं का यह दौरा काफी कुछ दर्शाता है।
जापान का संदेश
जापानी पीएम किशिदा ने यह दौरा अचानक करके दुनिया के तमाम देशों को यह संदेश देने की कोशिश की है कि जो भी रूस के द्वारा आत्मघाती हमले हो रहे हैं उसके खिलाफ देश यूक्रेन के साथ बड़ी ही मजबूती से खड़ा है। विदेश मामलों के जानकारों का कहना है कि किशिदा के लिए यह दौरा उनके राजनीति सफर एवं खास करके जापान की सियासत के लिए बहुत जरूरी है। जानकारों का यह भी माना है कि पीएम किशिदा के लिए यह दौरा मजबूरी था क्योंकि चीन उधर खुलकर रूस का साथ दे रहा है और अपने प्रतिद्वंद्वी को दिखाने के लिए उन्हें यूक्रेन का साथ देना ही पड़ता। इसी रणनीति के तहत उन्होंने यूक्रेन का दौरा किया है।
वहीं किशिदा के यूक्रेन के दौरे पर वोलोदिमीर जेलेंस्की ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उनको साथ की तस्वीर भी साझा की है। जेलेंस्की ने किशिदा को शांति का प्रबल समर्थक और यूक्रेन का सच्चा दोस्त बताया है।
चीन का फुलप्रूफ प्लान
वहीं चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूस का दौरा करके एक बार फिर दुनिया को बताने की कोशिश की है कि वो रूस के साथ खड़े हैं। रूस दौरे पर गए हुए शी पुतिन को "बेल्ड ऐंड रोड फोरम" का हिस्सा बनने का न्यौता दिया है। बता दें कि, इसके जरिए चीन मध्य एशिया से लेकर यूरोप तक कनेक्टिविटी बनाना चाहता है। जिसका मकसद अपनी एक्सपोर्ट को मजबूत करना है। मध्य एशिया और यूरोप में संपर्क मार्ग बना कर वो दुनियाभर के बाजारों में अपना विस्तार फैलाने का फुलप्रूफ प्लान कर रहा है।
पुतिन ने किया स्वागत
शी जिनपिंग के इस प्लान को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शानदार बताया है। उन्होंने कहा कि जिनपिंग जिस काम में लगे हुए हैं वो बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस परियोजना से एशिया और यूरोप के देशों में शांति आएगी। इसके अलावा पुतिन ने पश्चिमी देशों और यूरोप पर बरसते हुए कहा कि इन देशों की वजह से रूस-यूक्रेन में युद्ध विराम की स्थिति पैदा नहीं हो रही है। इन सबके जिम्मेदार यही हैं।