अमेरिका में मंकीपॉक्स के अभी और मामले आ सकते हैं : सीडीसी प्रमुख

मंकीपॉक्स वायरस ने बढ़ाई मुश्किलें अमेरिका में मंकीपॉक्स के अभी और मामले आ सकते हैं : सीडीसी प्रमुख

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-23 11:31 GMT
अमेरिका में मंकीपॉक्स के अभी और मामले आ सकते हैं : सीडीसी प्रमुख

डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के निदेशक रोशेल वालेंस्की ने कहा कि देश में मंकीपॉक्स के अभी और मामले सामने आ सकते हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने द वाशिंगटन पोस्ट में वॉलेंस्की के आए बयान के हवाले से कहा, हो रहे टेस्ट और मिल रहीं सूचनाओं के आधार पर हम अनुमान लगाते हैं कि आने वाले दिनों में मामले पहले से अधिक होंगे।

वालेंस्की ने कहा कि सीडीसी के पास इस समय इस बारे में कोई विशेष अनुमान नहीं है कि स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है। सीडीसी प्रमुख ने कहा, मुझे नहीं लगता कि अभी हमारे पास कोई स्थिर अनुमान है। लेकिन उन्होंने इस तरफ ध्यान दिलाया कि अमेरिका में शुक्रवार को पहली बार दो बच्चों में मंकीपॉक्स का संक्रमण होने का पता चला है।

सीडीसी ने एक बयान में कहा कि दो मामले असंबंधित हैं और संभवत: घरेलू फैलाव के परिणाम हैं। वालेंस्की ने कहा कि संक्रमित बच्चों का इलाज किया जा रहा है। दोनों की सेहत में सुधार हो रहा है। इन बच्चों का जिन लोगों के साथ संपर्क था, उन पर सीडीसी नजर रख रही है। सीडीसी के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका ने अब तक 2,800 से अधिक मंकीपॉक्स/ ऑर्थोपॉक्सवायरस मामलों की पुष्टि की है।

व्हाइट हाउस में कोविड-19 संबंधी प्रतिक्रिया समन्वयक आशीष झा ने कहा कि सरकार ने एक मंकीपॉक्स वैक्सीन की 300,000 खुराक वितरित की हैं और डेनमार्क से 786,000 और खुराक के शिपमेंट में तेजी लाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि न्यूयॉर्क शहर में आधी से अधिक योग्य आबादी और वाशिंगटन डीसी में 70 प्रतिशत से अधिक योग्य आबादी को पहली वैक्सीन खुराक देने के लिए पहले से ही पर्याप्त वैक्सीन हैं। मंकीपॉक्स एक दुर्लभ वायरल बीमारी है, जो आमतौर पर शरीर के तरल पदार्थ, नाक से टपकने वाली बूंदों और अन्य दूषित पदार्थो के माध्यम से फैलती है।

इस बीमारी के परिणामस्वरूप आमतौर पर बुखार, त्वचा पर दानें और सूजन होता है। अमेरिका अभी भी मूल्यांकन कर रहा है कि क्या मंकीपॉक्स के प्रकोप को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया जाना चाहिए। झा ने कहा, हम देख रहे हैं कि ऐसे कौन से तरीके हैं, जिनसे प्रतिक्रिया को बढ़ाया जा सकता है, यदि जरूरी हुआ तो सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की जा सकती है।

(आईएएनएस)

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