तालिबान ने की घोषणा, टेलीविजन पर नहीं दिखेंगी अफगानी महिलाएं, नाटकों में काम करना बैन
नया प्रतिबंध तालिबान ने की घोषणा, टेलीविजन पर नहीं दिखेंगी अफगानी महिलाएं, नाटकों में काम करना बैन
- महिला पत्रकारों को स्क्रीन पर हेडस्कार्फ़ पहनना अनिवार्य
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। अफगानिस्तान में महिलाओं का हाल बहुत बुरा है। उन पर आए दिन कोई न कोई नए प्रतिबंध लगा दिया जाते है। तालिबान सरकार ने पूरे देश में महिलाओं का जीना दूभर कर दिया है। उनकी स्वतंत्रताएं पूरी तरह से छीन ली गई है। इस दौरान एक नए फरमान की घोषणा की गई और कहा गया है कि, अब अफ़ग़ानिस्तान में महिलाएं टेलीविज़न नाटकों में काम नहीं करेंगी।
हालांकि, महिला पत्रकार और टीवी प्रेजेंटर्स स्क्रीन पर हेडस्कार्फ़ पहन कर दिखाई दे सकती हैं। इनके लिए भी अलग से दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। लेकिन, इस बात को स्पष्ट तौर पर नहीं बताया गया है कि, महिलाओं को किस तरह का हेडस्कार्फ़ यूज करना है। वहीं इस पूरे मामले में पत्रकारों का कहना है कि कुछ नियम बेहद अस्पष्ट हैं, जिनको स्पष्ट करने की जरुरत है।
बता दें कि, इस साल जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी सैनिकों को जब अफगानिस्तान से वापस बुलाया गया, तो तालिबानियों ने वहां कब्जा कर लिया,जिसके बाद देश की स्थिति बद से बद्तर होते चली गई और सख्त प्रतिबंध देशभर में लागू हो गए।
कुछ कड़े नियम
- तालिबान ने सत्ता हासिल करने के बाद लड़कियों और महिलाओं को घर पर रहने का निर्देश जारी किया।
- शरिया क़ानून और अफ़ग़ान मूल्यों के ख़िलाफ़ किसी भी फिल्म पर प्रतिबंध
- पुरुष नहीं दिखाएंगे अपने इंटिमेट बॉडी पार्टस के फ़ुटेज।
- धर्म का मजाक उड़ाने वाले कोई भी इंटरटेनमेंट और कॉमेडी शो पर प्रतिबंध।
- विदेशी सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली विदेशी फ़िल्मों के प्रसारण पर रोक।