तालिबान ने सुनाया नया फरमान, अब हायर एजुकेशन नहीं ले पाएंगी महिलाएं, अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देश कर चुके हैं निंदा

अफगान महिलाओं पर अत्याचार जारी तालिबान ने सुनाया नया फरमान, अब हायर एजुकेशन नहीं ले पाएंगी महिलाएं, अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देश कर चुके हैं निंदा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-21 12:20 GMT
हाईलाइट
  • आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो रहा है

डिजिटल डेस्क, काबुल। महिलाओं का घोर विरोधी माना जाने वाला तालिबान सरकार एक बार फिर अपने करनामों के चलते सुर्खियों में बना हुआ है। तालिबान की सरकार महिलाओं पर हर तरह की पाबंदी लगा चुकी है। वो अपने मर्जी से न ही कपड़े न ही मन पंसद का कोई कार्य कर सकती हैं। इसी बीच अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने एक और नया फरमान जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि देश की महिलाएं, लड़कियां कोई भी विश्वविद्यालय में उच्य शिक्षा लेने नहीं जाएंगी। गौरतलब है कि इस पूरे मसले पर विस्तृत जानकारी देते हुए अफगान उच्च शिक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि यह निर्णय कैबिनेट की बैठक में लिया गया है। साथ ही यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो रहा है।

तालिबान के इस अजीबो-गरीब आदेश के बाद महिलाओं के विश्वविद्यालय में जाना प्रतिबंधित हो जाएगा। दुनियाभर में महिलाओं के अधिकारों को छीनने पर तालिबान की खूब आलोचना हो रही है। ऐसा माना जा रहा है कि जहां पूरी दुनिया महिला सशक्तिकरण की बात कर रही है, हर क्षेत्र में वो पुरूषों के साथ कदम ताल कर रही हैं। वहीं, अफगान की तालिबान सरकार महिलाओं के निजी अधिकारियों का हनन कर उनके भविष्य को अंधेरे में धकलने का काम रही है। एक रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि तालिबान सरकार के क्रूर रवैए की वजह से वहां की महिलाएं मानकिस अवसाद के भी ग्रस्त हैं। ऐसे में तालिबान सरकार के एक और फरमान ने वहां की महिलाओं की मुसीबतों में दोगुनी इजाफा कर दिया है।

अमेरिका का आया बयान

तालिबान के इस फरमान के बाद दुनिभार के कई देशों नें निंदा की है। अमेरिका ने अपना विरोध जताते हुए कहा कि महिलाओं को शिक्षा से वंचित करना ये निंदनीय है। बीते मंगलवार को व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने तालिबान की महिलाओं के समर्थन में कहा कि अमेरिका-अफगानिस्तान की महिलाओं को विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा प्राप्त करने से रोकने के लिए तालिबान के फैसले की निंदा करता है। उन्होंने आगे कहा कि यह एक निंदनीय फैसला है और तालिबान नेतृत्व अफगानिस्तान में महिलाओं तथा लड़कियों पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने तथा उन्हें उनके मानवाधिकारों व मौलिक स्वतंत्रता का इस्तेमाल करने से रोकने का नवीनतम प्रयास है।

क्रूरता की सारी हदें पार

एड्रिएन वॉटसन ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि इस हरकत से ये पूरे दुनियाभर में अलग-थलग पड़ जाएंगे। जो वैधता हासिल करना चाहते है वो धरी की धरी रह जाएगी। वॉटसन ने आगे कहा कि अमेरिका अफगान की महिलाओं के साथ खड़ा है। हम अपने भागीदारों व सहभागियों के साथ सम्पर्क में हैं। अमेरिका अफगान के लोगों के साथ है और मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए अमेरिका हमेशा अफगानियों के साथ है। तालिबान को हमेशा से महिलाओं का विरोधी माना जाता रहा है। जब से अफगान में तालिबान की सरकार आई है तब से महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गए हैं। तालिबान सरकार की क्रूरता समय-समय पर सामने आती रहती है। जिसमें वो जबरन महिलाओं को अपने कानून को मानने के लिए कहता है। आदेश न मानने पर कठोर सजा देने का कार्य भी करता है। 

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