लीबिया में स्थिति बिगड़ी, सुषमा ने भारतीयों से त्रिपोली जल्द से जल्द छोड़ने की अपील की
लीबिया में स्थिति बिगड़ी, सुषमा ने भारतीयों से त्रिपोली जल्द से जल्द छोड़ने की अपील की
- सुषमा के अनुसार लीबिया में बड़े पैमाने पर निकासी और यात्रा प्रतिबंध लगाया जा रहा है।
- सुषमा स्वराज ने कहा कि लीबिया में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।
- सुषमा स्वराज ने भारतीयों से लीबिया छोड़ने की अपील की है।
डिजिटल डेस्क, त्रिपोली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शुक्रवार को लगभग 500 भारतीयों से लीबिया की राजधानी त्रिपोली छोड़ने की अपील की है। सुषमा स्वराज ने कहा कि लीबिया में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। सुषमा के अनुसार लीबिया में बड़े पैमाने पर यात्रा प्रतिबंध लगाया जा रहा है, जिसकी वजह से त्रिपोली में काफी भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। बता दें कि त्रिपोली में इन दिनों क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए दो गुटों के बीच झड़प चल रही है।
सुषमा ने कहा, "लीबिया में इन दिनों माहौल बिगड़ता जा रहा है। वहां बड़ी संख्या में लोग देश छोड़ के जा रहे हैं और इसके साथ ही वहां यात्रा करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। लीबिया की राजधानी त्रिपोली में 500 से अधिक भारतीय नागरिक मौजूद हैं। अभी केवल वहां से फ्लाइट्स चल रही हैं। सुषमा ने लोगों से अपील करते हुए कहा, जिनके भी रिश्तेदार त्रिपोली में मौजूद हैं, कृपया वह अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को उस देश को छोड़ने के लिए कह दें। हम उन्हें बाद में वहां से निकालने में सक्षम नहीं हों पाएंगे।
बता दें कि लीबिया में इन दिनों स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। 4 अप्रैल को खलीफा हफतार ने लीबिया की राजधानी पर हमला करने की घोषणा की थी। खलीफा हफतार ने कहा था कि वह लीबिया को संयुक्त राष्ट्र समर्थित गवर्नमेंट ऑफ नेशनल एकॉर्ड (GNA) की से छुड़ा कर अपने कब्जे में ले लेंगे। इसके बाद हफ्तार लीबियन नेशनल आर्मी (LNA) और स्थानीय सेना के बीच हुए झड़प में 200 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवा दी है और 913 लोग घायल हो गए हैं। इसके बाद से भारत सरकार वहां मौजूद सभी भारतीयों को निकालने की कवायद कर रही है।
भारत ने 6 अप्रैल को त्रिपोली से सीआरपीएफ के 15 जवानों सहित शांति सेना की अपनी पूरी टुकड़ी को हटा लिया था। संयुक्त राज्य अमेरिका और नेपाल जैसे देशों ने भी लीबिया से अपने नागरिकों को वापस बुला लिया है। तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी की मौत के बाद से ही लीबिया दो गुटों में विभाजित हो गया था। LNA समर्थित संसद लीबिया के पूर्व को नियंत्रित करती है, जबकि संयुक्त राष्ट्र समर्थित अंतरिम GNA लीबिया के पश्चिमी क्षेत्र और त्रिपोली को नियंत्रित करती है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने स्थानीय सरकार से इस मामले को शांति से निपटाने की अपील की है।