6 दिनों से मलबे में दबी रही बच्ची को राहत- बचाव टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला, तुर्की में आए भूकंप में मरने वाले की संख्या में हो रही लगातार बढ़ोतरी
ऑपरेशन जिंदगी जारी 6 दिनों से मलबे में दबी रही बच्ची को राहत- बचाव टीम ने सुरक्षित बाहर निकाला, तुर्की में आए भूकंप में मरने वाले की संख्या में हो रही लगातार बढ़ोतरी
- 6 दिनों तक मलबे में फंसी रही बच्ची
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से अब तक 26 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं और 85 हजार से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। हादसें में कई भारतीय लोग भी हताहत हुए हैं। भूकंप प्रभावित इलाकों से 81,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। वहां पर राहत-बचाव का कार्य जारी है। बीते कुछ दिनों से तुर्की और सीरिया से ऐसी कई तस्वीरें सामने आई हैं जो दिल को झकझोर देती है। इस बीच रविवार को इमारत के मलबे से दो महीने के एक बच्ची को बाहर निकाला गया।
6 दिनों तक मलबे में फंसी रही बच्ची
जानकारी के मुताबिक, यह बच्ची 6 फरवरी से अपने परिवार के साथ इमारत के मलबे में दबी हुई थी, लेकिन राहत बचाव टीम की कड़ी मशक्कत के बाद रविवार को 128 घंटे बाद यानी लगभग 6 दिनों बाद दो माह की बच्ची, 6 महीने की प्रेग्नेंट महिला और एक 70 साल की माहिला को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया है। बच्ची की तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। मलवे से बच्ची के बाहर निकालने के बाद लोगों ने ताली से उसका स्वागत किया। बता दें कि, यहां के लोगों को भूकंप के बाद मौसम की भी मार झेलनी पड़ रही है। यहां राहत-बचाव की टीम को कड़ाके की ठंड में काम करना पड़ा रहा है। सीरिया और तुर्की में आए भीषण आपदा को देखते हुए भारत समेत कई देशों ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है।
—(@ali_cheema10) February 12, 2023
गौरतलब है कि, 6 फरवरी को तुर्की के सीमावर्ती क्षेत्रों में आए भीषण भूकंप की तीव्रता 7.8 थी। इसके बाद वहां पर एक के बाद एक कई भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसे दुनिया की सातवीं सबसे खतरनाक आपदा माना जा रहा है। इससे पहले साल 2003 में ईरान में भूकंप आया था, जिसमें तकरीबन 31 हजार से अधिक लोग मारे गए थे। 1939 के बाद तुर्की में यह सबसे बड़ा भूकंप था। खबर है कि सीरिया में आए भूकंप में मरने वालों का आंकड़ा 3500 से पार चला गया है।