फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन की कोविड वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ कम प्रभावी

शोधकर्ताओं का दावा फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन की कोविड वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ कम प्रभावी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-12-15 11:00 GMT
फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन की कोविड वैक्सीन ओमिक्रॉन के खिलाफ कम प्रभावी
हाईलाइट
  • अब तक 77 देशों में फैल चुका है ओमिक्रॉन

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। अमेरिकी दवा निर्माता फाइजर, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा कोविड-19 के खिलाफ विकसित वैक्सीन नए सुपर म्यूटेंट ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ कम प्रभावी साबित हुई हैं। कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है, जो अब तक 77 देशों में फैल चुका है। बताया जा रहा है कि इस नए वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 36 म्यूटेंट तक बन सकते हैं और ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में सबसे भयावह बात यह बताई जा रही है कि इस वैरिएंट पर वैक्सीन भी काम नहीं करती है।

मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल (एमजीएच), हार्वर्ड और एमआईटी के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में उन लोगों के रक्त का परीक्षण किया गया, जिन्होंने ओमिक्रॉन वैरिएंट के समान एक स्यूडोवायरस इंजीनियर्ड के खिलाफ मॉडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन और फाइजर/बायोएनटेक टीके प्राप्त किए। इनमें ऐसे व्यक्ति शामिल थे, जिन्हें हाल ही में टीका लगाया गया था या जिन्होंने हाल ही में बूस्टर खुराक ली थी और उन्हें पहले सार्स-सीओवी-2 संक्रमण भी था।

प्रीप्रिंट मेम्रेडक्सिव पर पोस्ट किए गए निष्कर्ष, जिसका अर्थ है कि अभी तक स्टडी की पूर्ण समीक्षा नहीं की गई है, उसने दिखाया कि अधिकांश टीकाकरण वाले व्यक्तियों में ओमिक्रॉन वैरिएंट का निष्प्रभावीकरण अनभि™ोय (जिसे पहचाना न जा सके) था। बोस्टन में पैथोलॉजी विभाग में एमजीएच विल्फ्रेडो एफ. गार्सिया-बेलट्रान ने कहा, अध्ययन से पता चलता है कि एमआरएनए-1273 (मॉडर्ना), बीएनटी162बी2 (फाइजर-बायोएनटेक) या एड26.सीओवी2.एस (जॉनसन एंड जॉनसन) के साथ प्राथमिक टीकाकरण श्रृंखला के बाद ओमिक्रॉन वैक्सीन-प्रेरित प्रतिरक्षा से काफी हद तक बच जाता है और इन व्रिटो में बढ़ी हुई संक्रामकता को प्रदर्शित करता है।

टीम ने यह भी पाया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट स्यूडोवायरस परीक्षण किए गए किसी भी अन्य वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक है। कुल मिलाकर, यह अध्ययन अत्यधिक भिन्न सार्स-सीओवी-2 वैरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी प्रतिक्रियाओं को बेअसर करने के लिए बूस्टर के महत्व पर प्रकाश डालता है। स्टडी के परिणाम हाल ही में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा प्रकाशित अन्य अध्ययनों के अनुरूप हैं, जिन्होंने कहा कि उन्होंने पाया कि दो-खुराक फाइजर और एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन रेजिमेंस नए वैरिएंट के खिलाफ पर्याप्त न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी को प्रेरित नहीं करते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 68,89,025 वैक्सीन की खुराक देने के साथ ही भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज सुबह 7 बजे तक अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 134.61 करोड़ के अहम पड़ाव से अधिक हो गया है। इस उपलब्धि को 1,41,10,887 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया गया है।

(आईएएनएस)

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