पाकिस्तान का खजाना खाली, पीएम शहबाज की बढ़ी मुसीबत, सऊदी अरब से मदद की लगाई गुहार

अमेरिका व चीन ने मदद से किया इनकार पाकिस्तान का खजाना खाली, पीएम शहबाज की बढ़ी मुसीबत, सऊदी अरब से मदद की लगाई गुहार

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-06 15:27 GMT
पाकिस्तान का खजाना खाली, पीएम शहबाज की बढ़ी मुसीबत, सऊदी अरब से मदद की लगाई गुहार
हाईलाइट
  • कंगाली की कगार पर पाकिस्तान
  • पाकिस्तान झेल रहा महंगाई की मार

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में भले ही सत्ता परिवर्तन हो गया है, लेकिन चुनौतियां वैसे ही बनी हुई हैं। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज खान के लिए वहां की चरमराई हुई अर्थव्यवस्था को ठीक करना सिर दर्द बन गया है। पाकिस्तान इस वक्त महंगाई की मार झेल रहा है तथा विदेशी मुद्रा का रिजर्व घटकर 78 हजार करोड़ रूपए ही रह गया है। पाकिस्तान को खाद्य सामग्री लेने के लिए  विदेशी मुद्रा की जरूरत है। इसलिए पाक को इंपोर्ट बिल चुकाने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार को बनाए रखने की जरूरत है।

इन्हीं समस्याओं के बीच पाकिस्तानी सरकार के मंत्री मिफताह इस्माइल ने सऊदी अरब सरकार से मदद की गुहार लगाई है कि वो स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान में जमा लगभग 23 हजार करोड़ रुपए के डिपॉजिट को न निकाले। सत्ता में आते ही पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने पाक को महंगाई से निजात दिलाने के लिए कवायद शुरू कर दी है। 

जब पूर्व पीएम इमरान ने मदद मांगी थी

पाकिस्तान महंगाई जैसी समस्याओं से इमरान खान सरकार में झेल रहा था। उस वक्त भी पाक के पूर्व प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब से आर्थिक मदद की मांग की थी। तब पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 50 हजार करोड़ के करीब था। हालांकि इमरान की मांग पर सऊदी अरब ने छह माह की मोहलत दी थी। उधर अपने वादों से हटकर पाकिस्तान को चीन ने बड़ा झटका देते हुए 19 हजार करोड़ रूपए की मदद देने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान की ये विदेश नीति की विफलता भी मानी जा रही है। 

महंगाई से मचा हाहाकार

पाकिस्तान की जनता इस वक्त महंगाई की मार झेल रही है। पाकिस्तान धीरे-धीरे कंगाली की तरफ बढ़ रहा है। वहां की जनता को खाने के लाले पड़े। खबरों के मुताबिक पिछले लगभग 70 साल में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर है। पाकिस्तान में इस वक्त महंगाई दर 13.4 फीसदी है। पेट्रोल व डीजल के दामों में जबरदस्त बढोत्तरी हुआ है। पिछले छह माह में लगभग 28.6 फीसदी का इजाफा हुआ है।

बताया जा रहा है कि 10 किलोग्राम आटा लगभग 900 रूपए मिल रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान का मौजूदा हाल क्या होगा? दूध कीमत 150 रूपए प्रति लीटर बिक रहा है। जो कि आम लोगों की पहुंच से दूर होता जा रहा है। खाद्य सामग्री की चीजों पर महंगाई दर 17 फीसदी से भी अधिक है। अगर पाकिस्तान की ऐसी ही स्थिति रही तो कुछ ही दिनों में भुखमरी की कगार पर आ जाएगा। 

शहबाज शरीफ ने मांगी मदद

पाकिस्तान के नए पीएम शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान की बदतर होती स्थिति को सुधारने के लिए प्रयास शुरू कर दी है। इसी को लेकर अपनी पहली विदेश यात्रा में सऊदी अरब का दौरा किया था। सऊदी यात्रा का मकसद सिर्फ यही था कि पाक को कर्ज की मोहलत और नए कर्ज देने में मदद की जाए। गौरतलब है कि पाकिस्तान को अमेरिका और चीन से आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है। जिसकी वजह से पाकिस्तान की चिंताई बढ़ती जा रही है। 

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