Article 370: चीन से बात करेगा PAK, बीजिंग रवाना हुए विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी
Article 370: चीन से बात करेगा PAK, बीजिंग रवाना हुए विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी
- अमेरिका से बातचीत में नहीं निकल सका कोई हल
- चीन रवाना हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी
- धारा 370 को लेकर चीन मंत्रियों से करेंगे बातचीत
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। दुनियाभर में मदद की गुहार लगा रहा पाकिस्तान अब चीन की शरण में जा रहा है। पाकिस्तान सरकार के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन के लिए रवाना हो गए हैं। अमेरिका से बातचीत में कोई रास्ता नहीं निकलने के बाद पाक मंत्री अब धारा 370 पर चीन से बातचीत करेंगे। शाह यहां चीन के विदेश मंत्री वांग वी (Wang Yi) एवं अन्य चीनी नेताओं से मिलेंगे। बता दें कि चीन अक्सर कई मुद्दों पर पाक का समर्थन करता है। हालांकि भारत अर्टिकल 370 को देश का अंतरिक मामला बचा चुका है और किसी भी बाहरी देश का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेगा।
Foreign Minister of Pakistan, Shah Mehmood Qureshi departs for Beijing, China where he will meet Foreign Minister of China, Wang Yi and other Chinese leaders. pic.twitter.com/UcTbGnBdTv
— ANI (@ANI) August 9, 2019
बता दें कि पाकिस्तान की संसद से लेकर देश तक में कश्मीर पर भारत के रुख से बेचैनी है। ऐसे में पाकिस्तान पूरी दुनिया में मदद की गुहार लगा रहा है।पाकिस्तान की इस गुहार पर अमेरिका ने पाकिस्तान को हिदायत दी है कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ कोई आक्रमक रुख न अपनाए। अमेरिका ने साफ कहा है कि अगर पाकिस्तान भारत पर हमला करने की भूल करता है तो इसके परिणाम पाकिस्तान के लिए घातक होंगे।
अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वहां अपनी जमीन को इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों के लिए न करे। आतंकियों को पनाह न दें। पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमाओं में किसी भी प्रकार की घुसैपठ नहीं होना चाहिए। अमेरिका ने हिदायत देते हुए कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवाद को जड़ से खत्म करना होगा और आतंकी ठिकानों पर कड़ा एक्शन लेना होगा।
अमेरिका के हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी के चेयरमैन बॉब मेनेंडेज की ओर से यह बयान में भारत से अपील की गई है कि जम्मू-कश्मीर में भारत अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करे और पारदर्शिता बनाए रखे। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, उससे उम्मीद की जाती है कि वह अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करेगा।