तालिबान के इस फैसले पर पाक ने जताया विरोध, जानें वजह
तालिबान पर पाकिस्तान हुआ सख्त तालिबान के इस फैसले पर पाक ने जताया विरोध, जानें वजह
- पाकिस्तान ने तालिबान को लगाई लताड़
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद पहली बार पाकिस्तान उसके एक फैसले पर खुलकर आलोचना कर रहा है। आपको बता दें कि पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने सोमवार को अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा वहां की महिलाओं को अकेले में यात्रा करने पर रोक लगाने वाले फैसले को लेकर आलोचना की है। बता दें कि तालिबान ने बीते रविवार को अपने फैसले में यह भी कहा था कि अगर महिलाओं को दूर की यात्रा करनी है तो अपने साथ करीबी पुरूष रिश्तेदार को रखना होगा।
तालिबानी सोच पाक के लिए खतरा
आपको बता दें कि महिलाओं को लेकर पाक सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि महिलाएं अकेले में स्कूल नहीं जा सकती हैं या यात्रा नहीं कर सकती हैं, इस तरह की पतनशील सोच पाकिस्तान के लिए खतरा है। गौरतलब है कि बीते 15 अगस्त से अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा जमा लिया है। कट्टरपंथी आतंकवादी समूह ने वहां की सरकार को बेदखल कर जबरन अफगानिस्तान पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। इस कट्टरपंथी आतंकी समूह ने अफगानिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति अशरफ गनी को देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था और वह भागकर संयुक्त राज्य अमीरात में शरण लिए है।
पाक को प्रगतिशीलता का रास्ता बनाना चाहिए
आपको बता दें कि तालिबान ने जब से अफगान पर कब्जा जमाया है तब से वहां की महिलाओं को बड़ी यातनाओं को झेलना पड़ रहा है। महिलाओं के मानवाधिकार का हनन किया जा रहा है, उनके ऊपर कई पाबंदी लगा दी गईं है, जिसको लेकर महिलाएं कई बार आंदोलित भी हुई है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। पाकिस्तान तालिबान के खिलाफ पहली बार महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार को लेकर विरोध जताया है। चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान को प्रगतिशीलता का अपना रास्ता बनाना चाहिए। उन्होंने मोहम्मद अली जिन्ना को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उन्होंने अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा और उनकी सुरक्षा के लिए पाकिस्तान बनाया था।