पंजाब में मिली हार को लेकर पाक पीएम के बेटे लंदन पहुंचे, नवाज शरीफ को देंगे स्पष्टीकरण
पंजाब पंजाब में मिली हार को लेकर पाक पीएम के बेटे लंदन पहुंचे, नवाज शरीफ को देंगे स्पष्टीकरण
- पंजाब में मिली हार को लेकर पाक पीएम के बेटे लंदन पहुंचे
- नवाज शरीफ को देंगे स्पष्टीकरण
डिजिटल डेस्क, लाहौर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शहबाज अपने चाचा और पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ को इमरान खान के हाथों पंजाब उपचुनावों में पार्टी की अपमानजनक हार के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए लंदन पहुंचे।
डॉन की खबर के मुताबिक, पीटीआई-पीएमएल-क्यू गठबंधन के हाथों पंजाब में मिली हार से नाराज शरीफ ने मुख्यमंत्री कार्यालय को बरकरार रखने में विफल रहने के लिए लंदन में हमजा को तलब किया है।
नवाज शरीफ पिछले महीने पंजाब उपचुनावों में पार्टी की करारी हार से परेशान हैं, जिसने उनकी सरकार को उस प्रांत में कमजोर बना दिया, जिसे उनका गढ़ माना जाता है। हमजा को अपने चाचा को खराब प्रदर्शन के लिए संतुष्ट करना होगा। मंत्री और उनके पिता ने उपचुनावों के दौरान खान के आक्रामक अभियान के सामने गलत रणनीति बनाई थी।
उन्होंने कहा कि हालांकि नवाज शरीफ को पार्टी की एक बैठक में पीएमएल-एन की हार के कारण के बारे में बताया गया, लेकिन वह इस संबंध में व्यक्तिगत स्पष्टीकरण चाहते थे।
अंदरूनी सूत्र ने डॉन न्यूज को बताया, हमजा को मुख्यमंत्री के रूप में अपने छोटे कार्यकाल के दौरान अपने चचेरे भाई मरियम नवाज के साथ अपने खराब समन्वय के बारे में भी बताना होगा। हमजा ने मरियम को अपने मंत्रिमंडल में अनुशंसित सांसदों को लेने के लिए बाध्य नहीं किया था। इसके अलावा, उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए नवाज के निर्देशों का भी तुरंत पालन नहीं किया।
मरियम नवाज ने कथित तौर पर पार्टी की हार के लिए दोष लेने से इनकार कर दिया है, उनका विचार था कि आक्रामक अभियान का नेतृत्व कर वह जो कुछ भी कर सकती थीं, उन्होंने किया।डॉन ने बताया, हालांकि, पार्टी में उनके आलोचकों ने कहा कि उन्होंने पीटीआई के टर्नकोट के लिए प्रचार करने या ना करने के बारे में सोचने में कम से कम एक सप्ताह बर्बाद कर दिया, जबकि खान ने बहुत पहले अभियान शुरू कर दिया था।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.