बम ब्लास्ट से दहल उठा जर्सी, एक की मौत, 12 लोग लापता, जांच में जुटी पुलिस
जर्सी में हुआ बम धमाका बम ब्लास्ट से दहल उठा जर्सी, एक की मौत, 12 लोग लापता, जांच में जुटी पुलिस
- घटनास्थल पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
डिजिटल डेस्क, सेंट हेलिएर। जर्सी की राजधानी सेंट हेलिएर में स्थित फ्लैट्स में बम ब्लास्ट होने कारण आसपास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया है। बम का धमाका इतना जोरदार था कि इसकी चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 12 लोग लापता बताए जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने इस घटना की सूचना मीडिया चैनल्स को दी है। अधिकारियों ने बताया कि, घटना में 2 लोग घायल हो गए थे, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल घटनास्थल पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। फिलहाल, मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
इस बम ब्लास्ट का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि जब यह बम धमाका हुआ तब आग की लपटें दूर इलाके से भी दिखाई दे रहा था। जिसके बाद दमकल की गाड़ियों ने आग बुझाने का काम किया। फिलहाल आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। चीफ ऑफ पुलिस रॉबिन स्मिथ ने कहा कि यह घटना बहुत ही भयावह है। इस ब्लास्ट से आस-पास के फ्लैट्स में काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है। उन्होंने आगे कहा कि अभी तक घटना का सही आंकलन नहीं किया जा सकता है कि इस बम धमाके में कितने फ्लैट्स ध्वस्त हुए हैं। लेकिन इस ब्लास्ट में तीन मंजिले की एक इमारत पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
थाईलैंड के बम धामके में तीन की मौत
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही थाईलैंड में भी एक बम ब्लास्ट हुआ था। जिसमें तीन रेलकर्मियों की मौत हो गई थी। इसकी चपेट में आकर चार अन्य लोग भी घायल हो गए थे। यह विस्फोट ऐसे वक्त में हुआ जब कर्मचारी एक अन्य विस्फोट वाले स्थान से मलबे हटाने का काम कर रहे थे, तभी एक तेज बम धमाका हुआ जिसमें तीन रेलकर्मियों की मौके पर मौत हो गई। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह विस्फोट तब हुआ जब रेलकर्मी खलोंग नगाई स्टेशन के पास उन पर्टियों की मरम्मत कर रहे थे।
जो शनिवार को विस्फोट की वजह से नष्ट हो गए थे। इस विस्फोट से एक मालगाड़ी भी पलट गई थी। गनीमत यह रही कि इस घटना से किसी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा। जिसके बाद इस रेलमार्ग को बाधित करना पड़ा था। पुलिस ने बताया कि इस घटना की जांच की जा रही है। दक्षिणी थाईलैंड में बम ब्लास्ट असामान्य नहीं हैं, यहां सरकार विरोधी अलगाववादी कई साल पहले सरकारी बलों से भिड़ंते रहे है। लेकिन बीते कुछ साल से हिंसा में कमी देखने को मिली है।