Coronavirus in World: दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या 41 लाख के पार, अमेरिका में 80 हजार से ज्यादा की मौत
Coronavirus in World: दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या 41 लाख के पार, अमेरिका में 80 हजार से ज्यादा की मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना वायरस का कहर से पूरी दुनिया जूझ रही है। इस वायरस के कारण अब तक दुनिया में 2 लाख 80 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 41 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। इस वायरस का सबसे ज्यादा प्रभाव अमेरिका पर पड़ा है। यहां अब तक 13 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और 80 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यहां कोरोना व्हाइट हाउस तक पहुंच चुका है। यहां राष्ट्रपति ट्रंप के सलाहकार की कोरोना रिपॉर्ट पॉजिटिव आई है।
280,443 लोगों की संक्रमण से मौत
https://www.worldometers.info/coronavirus/ वेबसाइट के अनुसार रविवार सुबह 10 बजे तक विश्वभर में 4,101,775 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 280,443 लोग संक्रमण से मारे जा चुके हैं और 1,441,791 स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं। वहीं 2,379,541 लोग अस्पतालों में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। इनमें से 47,683 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं भारत में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 62 हजार 939 हो गई है, जिनमें 341 हजार 472 सक्रिय हैं, 19358 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 2109 लोगों की मौत हो चुकी है।
-अमेरिका कोविड-19 संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित है। विशेषज्ञों ने चेताते हुए कहा है कि कई देशों में कम टेस्टिंग होने के चलते जांच की दर का डेटा कम है। ऐसे में वैश्विक संक्रमण की सही संख्या कहीं अधिक होने की संभावना है।
-स्पेन सहित कुछ देशों में दैनिक मृत्यु दर में गिरावट जारी है, लेकिन लॉकडाउन प्रतिबंधों में ढील देने से संक्रमण की दूसरी लहर पैदा हो सकती है इस बात को लेकर चिंता बनी हुई है।
-महामारी ने वैश्विक बाजारों और आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित किया है, ऐसे में सभी देशों की सरकारें आर्थिक गिरावट को ध्यान में रखे हुए हैं।
-चीन के स्थानीय मीडिया ने एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा, महामारी एक बड़ी परीक्षा रही, जिसने देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में कमजोरियों को उजागर करने का कार्य किया।
-चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के डायरेक्टर ली बिन की ओर से यह बात ऐसे समय में कही गई है, जब महामारी से निपटने में देश की प्रारंभिक प्रतिक्रिया के चलते विदेशों में चीन की निरंतर आलोचना हो रही है।