जिनपिंग को क्लाइमेट समिट में नहीं मिला वीडियो संबोधन का मौका, लिखकर दी प्रतिक्रिया
चीन जिनपिंग को क्लाइमेट समिट में नहीं मिला वीडियो संबोधन का मौका, लिखकर दी प्रतिक्रिया
- अमेरिका और चीन के खराब संबंधों के कारण विश्व समुदाय चिंतित
- चीन ने दिया लिखित में प्रतिक्रिया
- जिनपिंग कॉप 26 में वीडियो कॉल से संबोधन का नहीं मिला मौका
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। स्काटलैंड में COP-26 जलवायु वार्ता के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को वीडियो कॉल पर बोलेने का मौका नही मिलन पर, चीन ने एक लिखित प्रतिक्रिया दी है। दरअसल, शी जिनपिंग व्यक्तिगत रूप से यूनाइटेड नेशंस की बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। अपने लिखित बयान में उन्होंने सभी देशों से अपने वादों को निभाने की अपील की है और आपसी भरोसे और सहयोग को मजबूत करने की बात कही है। मामले को लेकर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है कि जहां तक मैं इसे समझता हूं, सम्मेलन के आयोजकों ने वीडियो लिंक नहीं दिए। बता दें कि ब्रिटेन ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो में COP26 बैठक का आयोजन किया है जिसका मकसद नेट जीरो कार्बन एमिशन के लक्ष्य को पूरा करना है। इसके साथ ही ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को रोकने के लिए पेरिस समझौते के लक्ष्य को 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ोतरी के दायरे में रखने का है।
चीन के रवैए पर एस्सपर्ट्स चिंतित
आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय जानकारों ने चिंता व्यक्त की है कि शी जिनपिंग की ग्लासगो से व्यक्तिगत रूप से अनुपस्थिति का मतलब है कि चीन इस दौर की वार्ता के दौरान रियायतें देने को तैयार नहीं है। हालांकि चीन ने दावा किया है कि वह आने वाले सालों में कोयले पर अंकुश लगाएगा और अपनी सौर और पवन क्षमता को लगातार आगे बढ़ाएगा। चीन और अमेरिका के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण अंतर्राष्ट्रीय जलवायु वार्ता पर बुरा असर पड़ रहा है। चीन ने लगातार कहा है कि आप एक चीन पर प्रतिबंध लगाकर चीन को कोयला उत्पादन में कटौती के लिए नहीं कह सकते हैं।