रोटी के चलते खतरे में पड़ सकती है इजरायल की बेनेट सरकार, गठबंधित सरकार में दरार
इजराइल रोटी के चलते खतरे में पड़ सकती है इजरायल की बेनेट सरकार, गठबंधित सरकार में दरार
- धार्मिक प्रतिबंधित खानपान पर विरोध
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। खानपान के नियमों को लेकर गठबंधित इजरायल सरकार में दरार पड़ती हुआ दिखाई दे रही है। दरअसल नफ्ताली बेनेट सरकार में गठबंधित यामिना पार्टी धार्मिक आधार पर सदन में खानपान नियमों का विरोध कर रही है। विरोध में यामिना पार्टी की इडित सिलमैन ने यहूदी मूल्यों को लेकर इस्तीफा देने की घोषणा की और प्रधानमंत्री बेनेट को पत्र लिखकर गठबंधित सरकार के अलग होने का ऐलान किया। सिलमैन के इस्तीफे के बाद नफ्ताली सरकार नपी हुई नजर आ रही है। और 120 सदस्यीय सदन में इजरायल सरकार अल्पमत में आ गई। जिससे साफ तौर पर इजरायल में राजनीतिक संकट के तौर पर देखा जा रहा है।
आपको बता दें पूर्व पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का विरोध करने के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल आठ राजनीतिक दल एक साथ आए थे। लेकिन अब गठबंधन सरकार में तकरार देखने को मिल रही है। अब देखना होगा संसद के सत्र में सरकार के पास बहुमत बचा है या नहीं। समर्थन खोने पर इजरायल में तीन साल में पांचवीं बार इलेक्शन होगा।
अल्पमत में बेनेट सरकार
इडित के इस्तीफे के बाद बेनेट सरकार अल्पमत में जरूर आ गई है तब भी वह सरकार में बनी रहेगी, लेकिन सरकार को अहम मुद्दों पर कानून बनाने के लिए मुश्किलों का सामना करने पड़ेगा। आपको बता दें धार्मिक परंपराओं के मुताबिक प्रतिबंधित खानपान को सरकारी अस्पताल में ले जाने की अनुमति को लेकर सिलमैन विरोध कर रही है। सिलमैन की इस मामले पर स्वास्थ्य मंत्री नितजान होरोवित्ज के साथ सार्वजनिक बहस भी हो गई है।
मुश्किल में सरकार
मिस्त्र में दासता से आजादी के अवसर पर इजरायल के लोग एक त्यौहार मनाते है जिसमें खमीर रोटी और अन्य खाद्य पदार्थों पर बैन है। ऐसे में बेनेट सरकार के स्वास्थ्य मंत्री होरोवित्ज ने यहूदियों के मुख्य त्यौहार पर ऐसे खानपान की अनुमति दी है जो यहूदी परंपरा के अनुकूल नहीं है। इसे लेकर इडित विरोध कर रही है।
होरोवित्ज ने यहूदियों के एक प्रमुख त्यौहार के दौरान अस्पतालों में ऐसे उत्पादों की अनुमति दे दी थी। मिस्र में दासता से इजराइल के लोगों की आजादी के मौके पर त्यौहार मनाया जाता है। कुछ धर्मनिष्ठ यहूदियों के लिए अस्पताल में ऐसे खाद्य पदार्थों की उपस्थिति यहूदी परंपरा के अनुकूल नहीं है। हालांकि इजरायल सर्वोच्च न्यायालय ने 2021 में फैसला सुनाया था कि अस्पताल लोगों को ऐसा करने से नहीं रोक सकते।