इराक में 30 दिन के अंदर 319 लोगों की मौत, 15 हजार जख्मी
इराक में 30 दिन के अंदर 319 लोगों की मौत, 15 हजार जख्मी
डिजिटल डेस्क, बगदाद। इराक पिछले 30 दिन से चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन में अब तक करीब 319 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं लगभग 15 हजार लोग जख्मी हो गए हैं। यह जानकारी इराक की संसदीय मानवाधिकार समिति ने एक रिपोर्ट में जारी की है। अल-जजीरा के अनुसार शनिवार को बगदाद में इराक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 4 लोगों की सुरक्षाबलों के साथ टकराव में मौत हो गई थी। इन प्रदर्शनकारियों ने कई टेंट जला दिए थे।
इराक में अक्टूबर से सरकार को बर्खास्त करने, भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने, आर्थिक सुधार करने और रोजगार के अवसर पैदा करने जैसी कई मांगों को लेकर प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हिंसा को देखते हुए इराकी सरकार ने बगदाद समेत अन्य शहरों में कर्फ्यू लगा दिया था और इंटनेट सेवा भी ठप कर दी थी। इराक के लोग मौजूदा राजनीतिक दलों को दोषी ठहरा रहे हैं। माना जाता है कि 2003 में पूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के पतन के बाद से देश में बेरोजगारी और आर्थिक तंगी जैसी समस्याएं बढ़ी हैं।
गौरतलब है कि ताहिर चौक से लगभग एक किलोमीटर दूर अल खलानी वाणिज्यिक क्षेत्र में इराकी सुरक्षा बलों द्वारा आंसू गैस और जिंदा गोला बारूद का इस्तेमाल किया था। वहीं हिंसक प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को दक्षिणी शहर बसरा में दो लोगों की हत्या कर दी गई। बसरा एक तेल से भरपूर शहर है जो इराक की राजधानी बगदाद के लगभग 450 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इराकी सुरक्षाबलों द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोलों के कारण लगभग 23 छात्र घायल हो गए। यह हादसा गलती से हुआ। छात्रों की स्थिति के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं हैं। हालांकि अधिकारियों ने इसपर कोई टिप्पणी नहीं की है। बगदाद और देश के कई शिया प्रांतों में बेरोजगारी, सरकारी भ्रष्टाचार और बुनियादी सेवाओं की कमी- जैसे बिजली और स्वच्छ पानी के लिए विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।