दुनियाभर में महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के सम्मान में मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय मलाला डे
अंतर्राष्ट्रीय मलाला डे दुनियाभर में महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के सम्मान में मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय मलाला डे
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नोबेल प्राइज विजेता पाकिस्तान की समाज सेवा मलाला यूसुफजई के जन्मदिन को दुनिया अंतर्राष्ट्रीय मलाला दिवस के रूप में मनाती हैं। मलाला का जन्मदिन 12 जुलाई को होने के चलते अंतर्राष्ट्रीय मलाला दिवस हर साल 12 जुलाई को ही मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने मलाला जन्म दिन को विश्व मलाला दिवस घोषित किया हुआ हैं। आपको बता दें दुनियाभर में महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के सम्मान में विश्व जगत में यह दिन मनाया जाता हैं।
मलाला ने साल 2013 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के विशेष सत्र को संबोधित किया था। तभी यूएन ने पाकिस्तान की बाल एवं महिला अधिकार कार्यकर्ता मलाला युसुफजई के जन्म दिन को अंतर्राष्ट्रीय मलाला दिवस के रूप में घोषित किया है। बाद में मलाला और उनके पिता ने ‘मलाला फंड’ की स्थापना की है, जो युवा लड़कियों को शिक्षा, स्कूल, नौकरी में जाने में सहायता करता है।
मलाला को उनके कार्य, सहयोग, संघर्ष और साहस के लिए 40 से अधिक पुरस्कारों से नवाजा जा चुका हैं।
जानकारी के मुताबिक मलाला का जन्म दिन पाकिस्तान की स्वात घाटी में 12 जुलाई 1997 को हुआ था। इलाके में तालिबान की हुकूमत होने के चलते लड़कियों को पढ़ने लिखने नहीं दिया जाता था, और उन्हें स्कूल जाने पर पूरी तरह रोक लगी हुई थी। मलाला ने तालिबान फरमान के खिलाफ जाकर न केवल शिक्षा की वकालात की, बल्कि लड़कियों को शिक्षा अधिकार दिलाने की खातिर स्कूल में पढ़ने गई। और महिलाओं को शिक्षा मिले इसके लिए मलाला ने मुहिम भी छेड़ी। 2012 में एक दिन स्कूल जाने के दौरान तालिबान समूह ने मलाल के सिर में गोली मार दी, गोली लगने ने मलाला की बाई आंख खोपड़ी और दिमांग बुरी तहर प्रभावित हो गया था। दिमाग में कई गोलियां लगेन के बावजूद भी मलाला बच गई। कुछ दिनों बाद ठीक होकर जब मलाला की जिंदगी वापस लौटी ने उन्होंने अपने उग्र विचारों से महिलाओं को शिक्षा देने की अपील की। राष्ट्रीय मंचों के साथ अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर मलाल ने महिलाओं, लड़कियों की शिक्षा की मांग की।