भारतीय मूल की ब्रिटिश गृहमंत्री बौद्धिष्ट सुएला ब्रेवरमैन ने पद से दिया इस्तीफा, भारत और ब्रिटिश खुले व्यापार समझौते के विरोध में रही है सुएला
ब्रिटिश भारतीय मूल की ब्रिटिश गृहमंत्री बौद्धिष्ट सुएला ब्रेवरमैन ने पद से दिया इस्तीफा, भारत और ब्रिटिश खुले व्यापार समझौते के विरोध में रही है सुएला
- सुएला ब्रेवरमैन का भारतीय कनेक्शन
डिजिटल डेस्क, लंदन। ब्रिटेन में महंगाई, बेरोजगरी और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के साथ सियासी उथल पुथल जारी है। जिससे एक बार फिर ब्रिटिश सरकार संकट में दिखाई पड़ रही है। और प्रधानमंत्री लिज ट्रस की कुर्सी खतरे में घिरती हुई नजर आ रही है। हाल ही में ब्रिटेन वित्त मंत्री क्वाजी कार्टेंग के इस्तीफे के बाद भारतीय मूल की होम मिनिस्टर सुएला ब्रेवरमैन ने भी पद से इस्तीफा दे दिया है। बीते एक हफ्ते में ट्रस सरकार से दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है।
भारतीय मूल की ब्रेवरमैन ब्रिटिश में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रही है। वो ब्रिटेन में प्रवासियों की बढ़ती संख्या को रंवाडा भेजने के पक्षधर में रही है। ब्रिटिश नेता के तौर पर ब्रेवरमैन ने सदैव प्रवासियों को लेकर कड़ा रुख अपनाया है और ब्रिटिश उपनिवेशवाद का बचाव किया है। सुएला समय-समय पर प्रवासियों पर निशाना साधती रही हैं। भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद लेस्टर में हुई हिंसा के लिए ब्रेवरमैन ने अनियंत्रित हो रही प्रवासियों की भीड़ को जिम्मेदार ठहराया था। सुएला ब्रेवरमैन भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौता के भी विरोध में है। उनका मानना है कि इससे ब्रिटेन में उन भारतीयों की संख्या बढ़ जाएगी, जो वीजा पर आते है लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद यहीं रूक जाते है।
सुएला ने क्यों दिया इस्तीफा
गृहमंत्री सुएला के ऊपर आरोप लगाए जा रहे है कि उन्होंने अपने निजी ईमेल से एक सांसद को सरकारी दस्तावेज भेजे, हालांकि आरोपों के बाद ब्रेवरमैन ने इसे गलती बताया और जिम्मेदारी लेते हुए मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
सुएला ब्रेवरमैन का भारतीय कनेक्शन
सुएला ब्रेवरमैन का जन्म 3 अप्रैल 1980 को लंदन में हुआ था, जन्म से वो ब्रिटिश नागरिक हैं। उनका माता पिता दोनों ही भारत मूल के हैं। सुएला के पिता क्रिस्टी फर्नांडिस गोवा के रहने वाले थे, जबकि उनकी मां तमिल हिंदू थी। दोनों ही 1960 में ब्रिटिश जाकर रहने लगे थे। उनकी माता पेशे से नर्स थी। सुएला की प्रारंभिक शिक्षा लंदन के हीथफील्ड स्कूल से हुई, उन्होंने कानून की पढ़ाई कैम्ब्रिज के क्वींस कॉलेज से की। बौद्ध अनुयायी ब्रेवरमैन नियमित तौर पर लंदन के बौद्ध मंदिरों में जाती है। सुएला ने संसद में भगवान बुद्ध के उपदेशों के ‘धम्मपद’ ग्रंथ पर शपथ ली थी। 2018 में सुएला ने रायल ब्रेवरमैन से शादी की। उनके दो बच्चे हैं।
सुएला का राजनीतिक सफर
सुएला ब्रेवरमैन ने कंजरवेटिव नेता के तौर पर अपने राजनीतिक सफर की शुरूआत की। पेशे से वकील 42 वर्षीय ब्रेवरमैन 2015 में फेयरहैम से सांसद निर्वाचित हुई थी। थेरेसा सरकार में भी सुएला जूनियर मंत्री रह चुकी थी। वो 2018 में शिक्षा चुनाव समिति की मेंबर भी रहीं। सुएला 2020 से 2022 तक इंग्लैंड और वेल्स की अटॉर्नी जनरल रहीं। बोरिस जॉनसन को पद से हटाने में मोर्चा खोलने वाली नेताओं में सुएला ब्रेवरमैन शामिल रही। बोरिस जॉनसन के पीएम पद से हटने के बाद प्रधानमंत्री पद की रेस में सुएला भी शामिल थी हालांकि वो दूसरे ही दौर में बाहर हो गई थीं। लिज ट्रस के पीएम बनने के बाद सुएला को ट्रस गृह मंत्री बनाया गया था। सुएला ब्रेग्जिट के समर्थन में थी।
आईएएनएस न्यूज एजेंसी के अनुसार एक कठिन ब्रेक्सिटियर ब्रेवरमैन पर प्रवासियों से संबंधित सरकारी दस्तावेद को लीक करने का आरोप लगा। ब्रिटिश अधिकारियों ने दावा किया कि गृह मंत्री ने आधिकारिक दस्तावेज के प्रकाशन से पहले ही इस दस्तावेज को अपने एक साथी सांसद को भेजा था। इसे कानूनी तौर पर मंत्री के शपथ का उल्लंघन माना गया।
हालांकि, अपना पद छोड़ने वाले एक पत्र में, अपनी गलती को स्वीकार करते हुए, उन्होंने कहा: जैसे ही मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ, मैंने तुरंत आधिकारिक चैनलों पर इसकी सूचना दी और कैबिनेट सचिव को सूचित किया। गृह सचिव के रूप में मैं खुद को उच्चतम मानकों पर रखती हूं और मेरा इस्तीफा सही काम है। सरकार का बिजनेस अपनी गलतियों के लिए जिम्मेदारी स्वीकार करने वाले लोगों पर निर्भर करता है। मैंने गलती की है, मैं जिम्मेदारी स्वीकार करती हूं। मैं इस्तीफा दे रही हूं। ब्रेवरमैन का इस्तीफा लगभग चार सप्ताह तक ब्रिटिश सरकार को प्रभावित करने वाली उथल-पुथल को जोड़ता है।