टैक्स चोरी मामले में इमरान खान पर गिरी गाज, पाकिस्तान में भारी बवाल, सड़कों पर उतरे समर्थक
पाकिस्तान में राजनीतिक युद्ध टैक्स चोरी मामले में इमरान खान पर गिरी गाज, पाकिस्तान में भारी बवाल, सड़कों पर उतरे समर्थक
- इमरान को चुनाव आयोग ने तोशाखाना मामले में दोषी ठहराया
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। इमरान खान की कुर्सी छिनने के बाद से ही पाकिस्तान में सियासी घमासान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इमरान खान की संसद सदस्यता को अयोग्य घोषित कर दिया था। साथ ही उन्हें पांच साल के लिए चुनाव लड़ने पर बैन कर दिया है। इसी को लेकर इमरान खान के समर्थक सड़क पर उतर आए हैं और पुलिस को भीड़ हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। सुरक्षा बलों को उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़ रहे हैं।
पड़ोसी मुल्क में मनाया जा रहा सियासी दिवाली
इस वक्त पाकिस्तान में चारों ओर जबरदस्त हंगामा देखने को मिल रहा है। हिंदुस्तान में जहां दिवाली को लेकर खरीददारी हो रही है, लोग दिवाली की जश्न मनाने की तैयारी में जुटे हैं। तो वहीं पड़ोसी मुल्क में दंगा व बवाल देखने को मिल रहा है। एक तरफ सत्ता पक्ष के समर्थक जहां इमरान खान को चोर-चोर बता रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इमरान के समर्थक चुनाव आयोग की कार्रवाई के खिलाफ जमकर हंगामा कर रहे हैं।
यहां तक कि हंगामा इतना बढ़ चुका है कि पाकिस्तान के हाइवे को इमरान समर्थकों ने पूरी तरह से जाम कर दिया है। लग रहा कि पाकिस्तान राजनीतिक अस्थिरता के मुहाने पर आकर खड़ा हो गया है। मौजूदा वक्त में पाकिस्तान के हालात काफी खराब हो चुके है। प्रदर्शकारियों के साथ-साथ कई पुलिसकर्मी भी घायल बताए जा रहे हैं।
जानें पूरा मामला
इमरान खान को चुनाव आयोग ने तोशाखाना मामले में दोषी ठहराया है। चुनाव आयोग ने इस मामले को लेकर 19 सितंबर को ही अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। पाकिस्तान के मुख्य चुनाव आयुक्त सिंकदर सुल्तान रजा की अध्यक्षता वाली 4 सदस्यों की बेंच ने इमरान की सदस्यता को लेकर बड़ा फैसला सुनाया था। शुक्रवार को चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। उसके बावजूद आयोग के बाहर फायरिंग हो गई थी। इमरान खान को भ्रष्ट आचरण का दोषी पाए जाने के बाद विरोधी पार्टियों के समर्थक सड़क पर उतर आए हैं।
शहबाज सरकार ने की थी शिकायत
अरब देशों की यात्रा के दौरान वहां के शासकों ने इमरान खान को महंगे गिफ्ट दिए थे। जिसके बाद इमरान ने इन्हें तोशखाना में जमा करा दिए थे। इमरान खान ने बाद में इसे तोशखाना से सस्ते दामों में खरीदा और मुनाफे में बेच दिया। इस पूरी प्रक्रिया को उनकी सरकार ने अनुमति दी थी।
सुनवाई को दौरान इमरान खान ने बताया था कि राज्य के खजाने से गिफ्ट्स को उन्होंने 2.15 लाख रूपए में खरीदा था और बेचकर उसे करीब 5.8 करोड़ रूपए मिले थे। आरोप ये भी था कि इमरान खान ने इस गिफ्ट्स को बेचकर आयकर रिटर्न में नहीं दिखाई थी। इसी घपले को लेकर विपक्षी सांसदों ने याचिका दाखिल कर इमरान खान की सदस्यता रद्द करने की मांग की थी।
इमरान खान ने बेचे थे 14 करोड़ के गिफ्ट
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने इमरान खान पर दुबई में 14 करोड़ रूपए के कीमती हीरे, आभूषण व तोशखाना उपहार बेचने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि इससे राष्ट्रीय खजाने को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने ये भी कहा था कि नियम के मुताबिक विदेश से मिली कोई भी उपहार को डिपॉजिटरी या तोशाखाना में जमा करना होता है।