कई शर्तें मानने के बाद आखिरकार पाकिस्तान को मिला IMF से 42 हजार करोड़ का कर्ज
कई शर्तें मानने के बाद आखिरकार पाकिस्तान को मिला IMF से 42 हजार करोड़ का कर्ज
डिजिटल डेस्क, लाहौर। लंबी जद्दोजहद के बाद आखिर पाकिस्तान को इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) से बैलआउट पैकेज (खैरात) दे दिया है। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए आईएमएफ की तरफ से उसे 6 बिलियन डॉलर (करीब 42 हजार करोड़) रुपए का राहत पैकेज दिया गया है। आईएमएफ ने तीन साल के पाकिस्तान को ये मदद दी है।
पाकिस्तान को बिगड़ती आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए मदद तो मिल गई है, लेकिन आईएमएफ ने उस पर कई नियमों का बोझ भी लाद दिया है। आईएमएफ की शर्तों के मुताबिक पाकिस्तान को लोगों के हितों के लिए चलने वाली योजनाओं में कटौती करनी होगी और उन्हें आने वाले समय में तेल और गैस के दाम भी बढ़ाने होंगे।
The Pakistani authorities and the IMF team have reached a staff-level agreement on economic policies that could be supported by a 39-month EFF for about US$6 billion, subject to approval by the Executive Board. IMF’s Ramirez Rigohttps://t.co/LCOZ08K6iL
— IMF (@IMFNews) May 12, 2019
आईएमएफ की तरफ से फंड देने की बात को अब तक स्वीकार नहीं किया गया है, लेकिन पाकिस्तान की मीडिया ने वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान के आर्थिक सलाहकार डॉ. अब्दुल हफीज शेख के जरिए इस बात की पुष्टि की है। आईएमएफ के ऑफिशियल्स जल्द ही पाकिस्तान सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक भी कर सकते हैं। आईएमएफ की तरफ से मिलने वाले पैसों से पाकिस्तान 39 महीनों तक आर्थिक तौर पर सही तरह से चल पाएगा।
पाकिस्तान ने कर्ज के लिए आईएमएफ से अगस्त 2018 में गुहार लगाई थी, जब इमरान खान की सरकार नई-नई ही सत्ता में आई थी। इसके बाद इमरान खान की आर्थिक नीतियों की पाकिस्तान में आलोचना होने लगी थी। इमरान ने उस दौरान पाकिस्तान के वित्त मंत्री, स्टैट बैंक ऑफ पाकिस्तान के चीफ और फेडरल ब्यूरो ऑफ रेवेन्यू के चीफ को पद से हटाकर नए लोगों की नियुक्ति की थी।
आपको बता दें कि काफी मुश्किलों के बाद पाकिस्तान को आईएमएफ की तरफ से आर्थिक मदद मिली है। अंतर्राष्ट्रीय संस्थआ पाकिस्तान पर कड़े नियम लगाना चाह रही थी, जिसके लिए पाकिस्तान तैयार नहीं हो रहा था, लेकिन कोई रास्ता न दिखाई देने के बाद पाकिस्तान ने आईएमएफ की सभी शर्तें कबूल कर ली। 1950 में भारत से अलग होने के बाद पाकिस्तान 21 बार आईएमएफ से कर्ज ले चुका है।