8100 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग केस में हितेश पटेल अल्बानिया में गिरफ्तार
8100 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग केस में हितेश पटेल अल्बानिया में गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गुजरात की फार्मा कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक से जुड़े हजारों करोड़ रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में आरोपी हितेश पटेल को अल्बानिया में हिरासत में ले लिया गया है। जल्द ही उसका प्रत्यर्पण हो सकता है। दरअसल स्टर्लिंग बायोटेक मामले में भारतीय जांच एजेंसियां लंबे समय से हितेश पटेल की तलाश कर रही थीं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सूत्रों के मुताबिक हितेश को 11 मार्च को रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। 20 मार्च को अल्बानिया में राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो तिराना ने उसे हिरासत में ले लिया।
Enforcement Directorate Sources: Hitesh Patel detained in Albania, a wanted fugitive in sterling Biotech Case. Red Corner Notice was issued on 11th March. He was detained by National Crime Bureau-Tirana in Albania on 20th March. pic.twitter.com/KvDBVApszp
— ANI (@ANI) March 22, 2019
हितेश पटेल 8100 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी स्टर्लिंग बॉयोटेक केस में वॉन्टेड था। उस पर 5000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी दर्ज है। मनी लॉन्ड्रिंग केस में उसके खिलाफ ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में याचिका दाखिल की है। पहले ऐसी सूचना आई थी कि पटेल अमेरिका में रह रहा है, लेकिन उसे अल्बानिया से गिरफ्तार किया गया है।
जानिए स्टर्लिंग बायोटेक मामला
दरअसल, 8100 करोड़ रुपये के बैंक लोन धोखाधड़ी मामले में आपराधिक जांच से बचने के लिए स्टर्लिंग ग्रुप के सभी चार प्रमोटर देश से फरार हो गए थे। इन आरोपियों में हितेश पटेल के अलावा नितिन संदेसरा, दीप्ति संदेसरा, राजभूषण दीक्षित, चेतन संदेसरा, चार्टर्ड अकाउंटेंट हेमंत हाथी और बिचौलिया गगन धवन शामिल हैं। स्टर्लिंग ग्रुप की कंपनियों में स्टर्लिंग बॉयोटेक लिमिटेड, पीएमटी मशींस लिमिटेड, स्टर्लिंग सेज एंड इंफ्रा लिमिटेड, स्टर्लिंग पोर्ट लिमिटेड, स्टर्लिंग ऑयल रिसोर्स लिमिटेड और 170 से ज्यादा शेल कंपनियां शामिल हैं।
पीएनबी घोटाले का आरोपी नीरव मोदी भी गिरफ्तार
बता दें कि भारतीय जांच एजेंसियों के दबाव के बाद इसी सप्ताह ब्रिटेन की पुलिस ने पीएबी स्कैम के आरोपी नीरव मोदी को गिरफ्तार किया है। इसके बाद नीरव मोदी को वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की जिला न्यायाधीश मैरी माल्लोन की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने जमानत देने से इनकार कर 29 मार्च तक हिरासत में भेज दिया है। कोर्ट के इस फैसले के बाद नीरव मोदी को दक्षिण- पश्चिम लंदन की वांडस्वर्थ जेल में रखा गया।