मेरी सरकार गिराने के लिए विदेशी धन का किया जा रहा इस्तेमाल
इमरान खान मेरी सरकार गिराने के लिए विदेशी धन का किया जा रहा इस्तेमाल
- मेरी सरकार गिराने के लिए विदेशी धन का किया जा रहा इस्तेमाल : इमरान खान
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा कि विदेशी धन के जरिए पाकिस्तान में सरकार बदलने की कोशिश की जा रही है।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने दावा किया कि उनके पास सबूत हैं। उन्होंने कहा कि वह अपनी बात साबित करेंगे।
इमरान ने कहा, मेरे पास जो पत्र है, वह सबूत है और मैं इस पत्र पर संदेह करने वाले किसी भी व्यक्ति को चुनौती देना चाहता हूं। मैं उन्हें रिकॉर्ड से बाहर आमंत्रित करूंगा। हमें तय करना होगा कि हमें कितने समय तक ऐसे ही रहना होगा। हमें धमकियां मिल रही हैं। विदेशी साजिश के बारे में कई बातें हैं जो बहुत जल्द साझा की जाएंगी।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद में हुई पार्टी की रैली में अपने संबोधन में उन्होंने कहा, ज्यादातर अनजाने में, लेकिन कुछ लोग हमारे खिलाफ पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम जानते हैं कि किन जगहों से हम पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। हमें लिखित में धमकी दी गई है, लेकिन हम राष्ट्रीय हित से समझौता नहीं करेंगे।
देश जानना चाहता है कि लंदन में बैठा आदमी किससे मिल रहा है और पाकिस्तान के पात्र किसके निर्देशों का पालन कर रहे हैं? मैं अपने पास मौजूद सबूतों का खुलासा कर रहा हूं। मैं अधिक विस्तार से बात नहीं कर सकता, क्योंकि मुझे अपने देश के हितों की रक्षा करनी है। मैं अपने देश को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी चीज के बारे में बात नहीं कर सकता। मैं आपको इसके बारे में बता सकता था। मैं किसी से नहीं डरता, लेकिन मुझे पाकिस्तान के हितों की परवाह है।
इस रैली को इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में उनकी पार्टी के इतिहास में हुईं सबसे बड़ी रैलियों में से एक बताया गया।
उधर विपक्ष उन्हें अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से पद से हटाने के लिए तैयार है, जिसके लिए नेशनल एसेंबली में मतदान होना है।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को इमरान खान ने पहले विपक्षी नेताओं को भ्रष्ट बताते हुए कहा था कि चाहे वह अपनी सरकार खो दें या अपनी जान, वह उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे।
विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वे लुटेरे पिछले 30 वर्षो से राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश (एनआरओ) का उपयोग करके एक-दूसरे को बचाते रहे।
आईएएनएस