मानवीय संकट के बीच जब्त संपत्ति के खिलाफ काबुल की सड़कों पर हुआ प्रदर्शन
अमेरिका ने अफगानिस्तान की संपत्ति जब्त की मानवीय संकट के बीच जब्त संपत्ति के खिलाफ काबुल की सड़कों पर हुआ प्रदर्शन
- आवाज उठाने के लिए प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, काबुल। अमेरिका ने युद्धग्रस्त देश अफगानिस्तान की संपत्ति जब्त कर ली है। इसके विरोध में हजारों अफगानों ने काबुल की सड़कों पर प्रदर्शन किया और मौजूदा जारी मानवीय संकट के बीच इसको तत्काल रिलीज करने की मांग की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शनकारी रविवार को हाथों में तख्तियां लिए हुए थे, जिस पर लिखा था, हमारा जब्त पैसा हमें वापस दो! और हमें हमारे जब्त पैसे लौटा दो।
एक प्रदर्शनकारी जेकरुल्ला ने बंद अमेरिकी दूतावास के पास से कहा अफगान लोगों की खास मांग और मेरी मांग है कि हमारे पैसे को वापस किया जाए। ये हमारा अधिकार है। उन्हें हमारा हक देना चाहिए, नहीं तो हम अपनी आवाज उठाने के लिए अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अफगान संपत्ति पर प्रतिबंध अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ और अंतर्राष्ट्रीय सिद्धांतों का उल्लंघन है। अगस्त 2020 में अफगानिस्तान के अधिग्रहण और सितंबर में तालिबान के नेतृत्व वाली कार्यवाहक सरकार के गठन के बाद से देश को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
अफगानिस्तान में बुनियादी सेवाएं चरमरा रही हैं जबकि भोजन और अन्य जीवन रक्षक सहायता समाप्त होने वाली है। देश के केंद्रीय बैंक दा अफगानिस्तान बैंक (डीएबी) के 9 अरब डॉलर जब्त करने, अमेरिका की संपत्ति के साथ-साथ विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा फंड को रोकने के बाद स्थिति और खराब हो गई।
तालिबान की कार्यवाहक सरकार ने बार-बार अमेरिका से सहायता एजेंसियों के साथ संपत्तियों को अनफ्रीज करने का आह्वान किया है, जिसमें 2.2 करोड़ से ज्यादा अफगानों के लिए भोजन की तीव्र कमी की चेतावनी दी गई है।
मौजूदा संकट ने कई अफगानों को देश से भागने के लिए मजबूर कर दिया है, लेकिन तालिबान के अधिकारी लोगों को रहने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं, यह वादा करते हुए कि निकट भविष्य में चुनौतियों का समाधान किया जाएगा।
(आईएएनएस)