अमेरिका में कोरोना के दैनिक दस लाख मामले दर्ज किए गए
कोरोना के बढ़ते मामले अमेरिका में कोरोना के दैनिक दस लाख मामले दर्ज किए गए
- अमेरिका में कोरोना के दैनिक दस लाख मामले दर्ज किए गए
डिजिटल डेस्क, वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के लगातार बढ़ते मामलों के बीच पिछले 24 घंटों में कोरोना के दस लाख से अधिक मामले दर्ज किए हैं, जो एक दिन में संक्रमण के सभी रिकार्ड को तोड़ रहे हैं।
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, मंगलवार सुबह 5 बजे तक, देश में पिछले 24 घंटों में दस लाख से अधिक मामले दर्ज किए, जिससे देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 56,191,733 हो गई है ।
विश्व में कोरोना के सबसे अधिक मामलों और मौतों (827,749) के साथ अमेरिका महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार कोविड के नए मामलों की संख्या पिछले सात दिनों में दोगुनी होकर प्रतिदिन औसतन 418,000 हो गई है।
यूएसए टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में एक सप्ताह में बीस लाख से अधिक कोरोनो मामले दर्ज किए गए जो देश भर में ओमिक्रोन मामलों की बढ़ती संख्या के तौर एक और रिकॉर्ड तोड़ रहा है।
इस बीच रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों ने कोरोना संक्रमित लोगों में इसका कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होने की दिशा में उनके अलग थलग रहने की अवधि को दस दिनों से घटाकर पांच दिन करने का फैसला लिया है। इस कदम की कुछ चिकित्सा विशेषज्ञों ने जोरदार आलोचना की है तथा इस निर्णय ने जनता के बीच भ्रम पैदा किया है।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सोमवार को बताया, ओमिक्रोन वैरिएंट का तेजी से प्रसार अमेरिकी कारोबारियों को काफी प्रभावित कर रहा है। इसके चलते अधिक श्रमिकों को घर में बीमार बना रहा है और उन्हें आइसोलेट करने से कुछ कंपनियों को सेवाओं में कटौती करने और समय अवधि को कम करने के लिए बाध्य कर रहा है।
रिपोर्टों में कंपनियों के हवाले से कहा गया है कि हाल के दिनों में दैनिक मामलों की रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी के कारण हजारों विमान उड़ानें रद्द हो गई हैं। इसके अलावा खुदरा दुकानदारों को अपने मौजूद स्टाफ को नई नौकरियों के लिए प्रशिक्षित करने या कुछ दुकानों को पूरी तरह से बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
द जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है, तेजी से फैल रहा ओमिक्रोन वैरिएंट ऐसे समय में कारोबारियों को प्रभावित कर रहा है जब उपभोक्ताओं की तरफ से उत्पादों और सेवाओं की मांग बढ़ गई थी और कई कंपनियां पहले से ही स्टॉफ की कमी तथा आपूर्ति के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का सामना कर रही हैं।
आईएएनएस